कुलदीप को हिन्दू विवाह अधिनियम के तहत विवाह विच्छेद की डिक्री जारी की गई

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। कुलदीप गजानन बनाम श्रीमती चंचल के मामले में पारिवारिक न्यायालय, बीकानेर ने कुलदीप को क्रूरता के आधार पर विवाह विच्छेद की डिक्री जारी की। यह निर्णय आज दिनांक 01.04.2022 को ब.ज.सि रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा मंचित मूटकोर्ट के अन्तर्गत सुनाया गया।


महाविद्याालय की प्रायोगिक गतिविधि के क्रम में आज इस मूटकोर्ट का आयोजन किया गया। मूटकोर्ट के द्वारा विधि विधार्थियों ने एक बारगी न्यायालय का माहौल पैदा कर दिया। मामले को जींवत रूप देने के लिए न्यायाधीश, वकील, गवाहों, स्टेनों, वादी, प्रतिवादी, गवाह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तथा अन्य सभी न्यायिक कर्मचारीयों की भूमिका विधि विद्यार्थियों के द्वारा निभायी गयी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने प्रतिभागियों को इस मूटकोर्ट के सफलता पूर्वक एवं शानदार मंचन पर बधाई दी एवम् कानून की पेचिदगियों की ओर छात्रों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होने विद्यार्थीयों से आहवान किया कि वे विधि के सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ उसके व्यवहारीक पहलुओं को भी समझे एवं न्यायालय की तकनीकी प्रक्रिया को भली प्रकार समझ कर विधि व्यवसाय में उच्च स्थान प्राप्त करें। डॉ. जोशी ने सम्पूर्ण प्रक्रिया का मुल्यांकन कर विद्यार्थीयों को कानूनी बारिकियों एवं साक्ष्य के विभिन्न प्रकारो से रूबरू करवाया।


महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. रीतेश व्यास ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस तरह के आयोजन विधि विधार्थियों के हितार्थ आवश्यक है। ताकि विद्यार्थी अपना वकालात का पेशा आरम्भ करें तो उन्हें किसी तरह की हिचकिचाहट न रहें । उन्होंने वकालत को सबसे उत्तम और नोबल व्यवसाय बताया तथा मूट का बारिकी से निरीक्षण करते हुए मूट के सभी पात्रों को सराहा एवं मूटकोर्ट निर्देशको की सराहना की। साथ ही मूटकोर्ट के प्रारम्भ में डॉ. व्यास ने मूट कोर्ट के संक्षिप्त तथ्यों के बारे में सभी विद्यार्थियों व अतिथियों को जानकारी दी व मूट कोर्ट में भाग लेने वाले सभी पात्रों का परिचय करवाया।


महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ राकेष धवन, डॉ. रीतेश व्यास एवं डॉ. शराफत अली के निर्देशन में मंचित इस मूट कोर्ट में न्यायाधीष के रूप में निकिता, अक्षत, मनीष सारस्वत, पेशकार के रूप में सुरभि, स्टेनो मुकेश हर्ष, सिविल बाबू के रूप में हंसनी, मुंशरिम के रूप में हंसराज, आवाज लगाने वाले की भुमिका में मनीष पंचारिया, वादी के रूप में पंकज, प्रतिवादी के रूप में एकता वादी के वकील के रूप में क्रमशः संध्या, ईशा तथा कलिका, प्रतिवादी पक्ष के वकील के रूप में अंकिता, सोनिया, भरत शर्मा, ओमप्रकाश गवाह के रूप में तन्मय, माया, मुकेश, सपना, प्रेमसुख, सिद्धार्थ ने अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की।


इससे पूर्व अपने उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनन्त जोषी ने बताया कि बार काउंसिल ऑफ इण्डिया के निर्देषानुसार विधि विद्यार्थियों के लिये इस प्रकार के मूटकोर्ट को पाठयक्रम में रखा गया है ताकि विधार्थी न्यायलाय की औपचारिक एवं तकनीकी प्रक्रिया से भलीभांती परीचित हो सके।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ प्रीति कोचर, डॉ. भरत जाजडा, श्री मगन सोलंकी, श्री विजय प्रकाश मारू, श्री रविन्द्र सिंह, श्री बृजनारायण बिस्सा, श्री कमलेश ओझा, श्रीकांत, श्री विमल मारू, श्री रोबिन सहित महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सक्रिय सहभागीता की।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. रीतेश व्यास ने किया।