छंगाणी, भादाणी एवं आचार्य हुए सम्मानित

विनय एक्सप्रेस सामचार, बीकानेर। नगर की विभिन्न कला विधाओं की प्रतिभाओं को सम्मानित करने के क्रम में संस्थान द्वारा साहित्य, शोध एवं आलोचना के क्षेत्र में प्रतिभाओं का सम्मान उनके द्वार जाकर अर्पित किया गया ।

इसी संदर्भ में नगर के वरिष्ठ हिंदी राजस्थानी के साहित्यकार शिवराज छंगाणी का प्रतीक चिन्ह उपहार आदि अर्पित कर उन्हें सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व इतिहास विभागाध्यक्ष वरिष्ठ शोध कर्मी डॉक्टर भंवर भदाणी को उनके निवास स्थान पर सम्मानित किया गया।

संस्थान के अध्यक्ष कमल रंगा सचिव कासिम बीकानेरी एवं समन्वयक संजय सांखला ने सम्मान के इसी क्रम में युवा आलोचक कवि संजय आचार्य वरुण को भी ‘सम्मान आपके द्वार’ आयोजन के तहत सम्मानित किया गया। संस्था के पदाधिकारियों ने कहा की इसी कड़ी में अन्य प्रतिभाओं का भी सम्मान आने वाले दिनों में किया जाएगा जिसमें खासतौर से वरिष्ठ शिक्षाविद एवं वरिष्ठ भाषाविद को भी सम्मान आपके द्वार आयोजन के तहत मान दिया जाएगा।

संस्थान के कमल रंगा एवं कासिम बीकानेरी ने बताया कि संस्थान द्वारा प्रतिभाओं का सम्मान करना अपना दायित्व का निर्वहन करना है। भविष्य में भी स्वर्गीय नरपत सिंह सांखला स्मृति संस्थान नगर में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक स्तर पर अपनी गतिशीलता बनाए रखने के लिए आयोजन करता रहेगा।

‘सम्मान आपके द्वार’ इस नवाचार लिये आयोजन पर अपने विचार रखते हुए वरिष्ठ साहित्यकार शिवराज छंगाणी ने कहा कि संस्थान साहित्य उपक्रम कर नगर की गौरवशाली परंपरा में कार्य कर रही है ,संस्थान द्वारा राजस्थानी का कविता विधा में पुरस्कार प्रारंभ करना एक अच्छी पहल है, जिससे निश्चय ही साहित्य सृजन में रचनाकारों को एक सर्जनात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी। इसी क्रम में वरिष्ठ शोध कर्मी डॉक्टर भंवर भादाणी ने इस आयोजन के बारे में कहां की संस्थान द्वारा नवाचार करना अच्छी बात है साथ ही संस्थान द्वारा नगर की रचनात्मक गतिशीलता में सक्रिय रहना भी एक सुखद अनुभव है। अपनी बात रखते हुए युवा कवि संजय आचार्य वरुण ने कहां की संस्थान द्वारा ऐसे आयोजन के माध्यम से तीनों पीढ़ियों को सम्मानित करने की पहल के तहत युवा प्रतिभाओं को सम्मानित करना अच्छा कदम हैं, जिससे निश्चित तौर पर युवा प्रतिभाएं अपने सम्मान को चुनौती के रूप में लेते हुए अपनी सृजनात्मक गतिशीलता को आगे बढ़ाएंगी संस्थान द्वारा आयोजित ऐसे कार्यक्रम स्वागत योग्य है।