राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने किया कुचामन का एक दिवसीय दौरा 

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बाल आयोग आपके द्वार कार्यक्रम के तहत उपखण्ड स्तरीय जनसुनवाई में कुचामन का एक दिवसीय  दौरा किया। राज्य सरकार बाल कल्याण के क्षेत्र में जमीनी स्तर पर काम कर रही है,लेकिन अब जरूरत है कि किशोर अवस्था में आ चुके बालक-बालिकाओं को अपने अधिकार के प्रति सजग करने की। बाल श्रम, बाल विवाह व नाबालिग से दुष्कर्म जैसे मामलों पर पूर्णतः अंकुश लगाने के लिए बालक बालिकाओं, किशोर-किशोरियों को सचेत रहकर अधिकार की रक्षा करनी होगी। यह बात राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने गुरुवार को शहर के शाकम्भरी माता मन्दिर रोड़ स्थित कस्तूरबा गांधी राजकीय विद्यालय में निरीक्षण के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने छात्राओं से संवाद एवं रसोईघर का निरीक्षण किया। छात्राओं ने विद्यालय में पानी की समस्या बताई। पानी की समस्या को लेकर बेनीवाल ने तुरंत कुचामन उपखंड अधिकारी को पानी की समस्या से निजात दिलाने के आदेश दिया।
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर
बालिकाओं से किया संवाद
बाल आयोग आपके द्वार अभियान के दौरान आयोग अध्यक्ष बेनीवाल ने बालिकाओं से शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान बेनीवाल ने विद्यालय की छात्रा अनिता, चकुर, धापू आदि से संवाद भी किया और बाल अधिकारों के प्रति उनकी सजगता पर प्रशंसा जताई। उन्होंने छात्राओं को गुड-टच बेड-टच के बारे में जानकारी दी और उनके करियर की संभावनाओं को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वे बाल अधिकार संरक्षण से जुड़े विषयों जैसे बाल विवाह, बाल श्रम तथा नाबालिग दुष्कर्म जैसे मामलों को आगे लाएं ताकि पीड़ित को समय पर न्याय मिल सके तथा दोषी को दण्ड मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर आपके साथ किसी भी तरह की हिंसा होती है या कोई परेशान करता है तो आप इस घटना को छुपाए नहीं बल्कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर बताये। श्रीमती बेनीवाल ने कहा कि ऐसे कार्य में अग्रणी रहने वाली बालिकाओं को वे मुख्यमंत्री से सम्मानित भी करवाएंगी। इसके बाद श्रीमती बेनीवाल ने कुचामन के एक निजी अस्पताल का दौरा किया और शिशु कक्ष और बच्चों के चिकित्सा कक्ष की सुविधाओं को लेकर परिजनांे से संवाद किया। इसके बाद श्रीमती बेनीवाल ने कुचामन के राजकीय अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने अस्पताल की प्रशंसा कर कहा, बच्चांे की चिकित्सा मामलों में एक रोल माॅडल है और अस्पताल की चिकित्सा टीम को बधाई दी। इसके बाद उन्होंने थाने का निरीक्षण किया और चाइल्ड डेस्क को देखकर निर्देश दिए। इसके पश्चात् पंचायत समिति सभागार में जनपरिवेदनाएं सुनी और समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने लिए स्थानीय ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी व एसडीएम को दिशा-निर्देश दिए।
 इस अवसर पर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के साथ आयोग सदस्य ड़ा. विजेंद्र सिंह सिधू,सदस्य ड़ा. शेलेन्द्र पण्ड्या,सदस्य शिव भगवान नागा, सदस्य वंदना व्यास, बाल कल्याण समिति नागौर अध्यक्ष मनोज सोनी, बाल आयोग के सहायक निदेशक पवन पुनिया, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक किशनाराम लोल, एसडीएम बाबूलाल जाट सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
इसको लेकर बाल कल्याण समिति न्यायपीठ नागौर अध्यक्ष मनोज सोनी ने कहा कि बालिकाओं के आत्मरक्षा के लिए पुलिस ,आयोग ,शिक्षा विभाग के साथ बाल कल्याण समिति नागौर द्वारा एक प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाएगी।