कानून व्यवस्था सहित विभिन्न विषयों पर वीडियो कांफ्रेंस आयोजित
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि संभाग के सभी जिलों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आपसी समन्वय रखें और कानून व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करें।
संभागीय आयुक्त ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग में कानून व्यवस्था सहित विभिन्न विषयों की समीक्षा की।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि संभाग में सामाजिक सौहार्द बना रहे, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी निचले स्तर तक आपसी समन्वय रखें। प्रत्येक स्थिति पर नजर रखें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
पटवारी, वीडीओ और बीट कांस्टेबल के बनाएं व्हाट्सएप ग्रुप
संभागीय आयुक्त ने कहा कि सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाने के लिए पटवारी, वीडीओ और बीट कांस्टेबल स्तर के व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएं। समय-समय पर इनकी समन्वय बैठकें हों। पब्लिक एड्रेस सिस्टम कार्यशील स्थिति में रहे। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को शामिल करते हुए शांति समितियों का गठन किया जाए तथा पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी इनके साथ नियमित समन्वय रखें।
पेयजल आपूर्ति हो प्राथमिकता
संभागीय आयुक्त ने कहा कि नहरबंदी के मद्देनजर समस्त जिलों में पेयजल उपलब्ध करवाने में किसी भी स्तर पर लापरवाही ना रहे। अधिकारी पूर्ण संवेदनशीलता दिखाते हुए आवश्यकता के अनुरूप टेंकर्स से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करें। पानी चोरी की किसी भी सूचना को गंभीरता से लिया जाए तथा संबंधित के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। उपलब्ध पेयजल का प्रभावी वितरण सुनिश्चित किया जाए। उपखंड अधिकारी समय-समय पर क्षेत्र का राउंड लें।
‘मनसा’ के तहत हो प्रभावी कार्यवाही
संभागीय आयुक्त ने संभाग में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे मिशन अगेंस्ट नारकोटिक सबस्टेंस एब्यूज अभियान (मनसा) के तहत चल रही गतिविधियों की समीक्षा की। दूसरे चरण के तहत 4 जुलाई तक निचले स्तर पर सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने नहरबंदी के मद्देनजर की गई व्यवस्थाओं के बारे में बताया। उन्होंने मनसा के तहत शिक्षण संस्थानों में अवेयरनेस कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा की पुकार अभियान के दौरान भी नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाता है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक योगेश यादव, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए.एच. गौरी भी मौजूद रहे। वहीं बीकानेर सहित चारों जिलों के अधिकारियों ने भागीदारी निभाई।