विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि विकास अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में विभागीय योजनाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, जिससे ग्रामीणों को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के कार्यों को समय पर पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरे करने के निर्देश दिए तथा कहा कि प्रत्येक कार्य के उपयोगिता एवं पूर्णता प्रमाण पत्र समय पर उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, राजीव गांधी जल संचय योजना, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास, सांसद आदर्श ग्राम योजना, विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, बीएडीपी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना, महात्मा गांधी ग्रामीण जन भागीदारी विकास योजना, जिला नवाचार निधि योजना, एफएफसी की प्रगति एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आदि योजनाओं की समीक्षा की।
लगातार दूसरे माह श्री डूंगरगढ़ अव्वल
गत माह किए गए कार्यों के आधार पर जिले की श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति लगातार दूसरे माह रैंकिंग में पहले स्थान पर रही। वहीं नोखा दूसरे व श्रीकोलायत पंचायत समिति ने तीसरा स्थान हासिल किया। रैंकिंग में बीकानेर, पांचू और पूगल क्रमश सातवें, आठवें एवं नौवें स्थान पर रही। जिला कलक्टर के निर्देशानुसार मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन तथा पंचायती राज की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के आधार पर रैंकिंग तय की गई।
शत-प्रतिशत महिला मेट नियोजित
जिला कलक्टर ने बताया कि मनरेगा कार्यस्थलो पर गत पखवाड़े में भी शत-प्रतिशत महिला मेट नियोजित रही। इस दौरान नियोजित सभी 520 महिला मेट थी। उन्होंने मनरेगा कार्य स्थल पर नियमानुसार सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा जलदाय, विद्युत, सार्वजनिक निर्माण सहित अन्य विभागों के साथ बेहतर समन्वय रखा जाए।
व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें अधिकतम सदस्य
जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले की समस्त 367 ग्राम पंचायतो और नगरीय क्षेत्र के 190 वार्डों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। प्रत्येक ग्रुप में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ना सुनिश्चित करें, जिससे राज्य सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी निचले स्तर तक पहुंचाई जा सके।
इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., मनरेगा अधिशाषी अभियंता धीर सिंह गोदारा, जल ग्रहण अधीक्षण अभियंता भूप सिंह सहित सभी विकास अधिकारी मौजूद रहे।