भजनों के साथ माता से होली की आज्ञा लेकर आज से होलका का आगाज होली की पहली गेवर निकली कोरोना संक्रमण को देखते हुए आज हर साल होने वाले सामूहिक प्रसादी का आयोजन समाज ने सर्वसम्मति से नही किया
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज बीकानेर द्वारा आज माता रानी नागणेचीजी प्रांगण में भजनों की प्रस्तुति कर माता को इत्र और गुलाल से होली खेलाकर बीकानेर में होली का आगाज किया
रियासतकालीन परंपरा के अनुरूप आज खेलनी सप्तमी को माता के चरणों मे धोक लगाकर अबीर गुलाल लगाकर माता से होली की आज्ञा ली जाती है और आज से होलिका दहन तक होलकास्टक प्रामरभ हो जाते है
आज माता का विशेष श्रृंगार किया गया और शाम से ही शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज के लोग मंदिर परिसर में इकट्ठे होने चालू हुए मंदिर प्रांगण में
“हंस चढ़ी माँ आयी भवानी रे- सहाय करे सब देश री, पन्नो रे म्हारी जोड़ रों रे बीकोणे रे बासी रे, जयपुर रे बाजार में पड़ियो प्रेमजी बोर, और जोधाने सु निम्बूडो मंगाए ,प्रेमरस री मेंहदी राचड़ली आदि भजनों की प्रस्तुति गाते हुए माता को होली खेलाकार आशीर्वाद लिया
शाकद्वीपीय भाईबन्धु ट्रस्ट के मंत्री नितिन वत्सस ने बताया कि आज मंदिर प्रांगण में भजनों की प्रस्तुति देने वालो में शुशील सेवग, मरुणायक मंडल के अजय कुमार देराश्री, पुरषोत्तम सेवक, विष्णु सेवग, मेघसा जोशी, बल्लू रघु जोशी, महेश गजानी,अरुण सेवग, अरविंद सेवग,मनमोहन शर्मा सहित मंडली ने माता को रिझाया, वही नगाड़ो पर अशोक शर्मा, और रामजी सेवग ने संगत की
आरती के बाद शाकद्वीपीय समाज के लोग होली के पहली गेवर लेकर रवाना हुए जो गोगागेट से बागड़ी मोहहला, भुजिया बाजार, चाय पट्टी, बेदो के चौक से मरुणायक चोक से सेवगो के चौक में पहुंची
गेवर में “ओ लाल केशा”, पापड़ली, भैरू भलो रे भलो की गीतों के साथ आज से बीकानेर में होलका का आगाज किया