बालिका गृह की आवासित बालिकाओं को दिया जाएगा शतरंज का प्रशिक्षण : जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने किया विभिन्न आवासीय गृहों का निरीक्षण

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बालिका गृह में आवासित बालिकाओं को शतरंज का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने सोमवार को उड़ान सदन-बालिका गृह के निरीक्षण के दौरान यह बात कही। उन्होंने यहां आवासित बालिकाओं से बातचीत की और विभिन्न व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि बालिकाओं का सर्वांगीण विकास हो, इसके मद्देनर शैक्षणिक के साथ अन्य गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाएगा। इन बालिकाओं को शतरंज का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही यहां भामाशाहों की मदद से टेबल टेनिस जैसे इनडोर खेल की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने इन बालिकाओं को नॉर्म्स के अनुरूप पिकनिक करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बालिकाओं द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स का अवलोकन किया और इसकी सराहना की। गृह में प्रेरक व्यक्तित्व पर आधारित पुस्तकें रखने के निर्देश भी दिए।
प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में बनेगी टीमें
जिला कलक्टर ने कहा कि बालश्रम उन्मूलन अभियान को और अधिक गति दी जाएगी। इसके लिए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों का गठन किया जाएगा। यह टीमें जिले भर के औद्योगिक क्षेत्रों में औचक निरीक्षण करते हुए बालश्रम पाए जाने पर नियोजकों के सख्त कानूनी कार्यवाही करेगी। उन्होंने कहा कि बालश्रम करने वाले बच्चों के अभिभावकों एवं नियोजकों को भी इससे जुड़े कानूनी प्रावधानों के बारे में बताया जाएगा। बच्चों में नशाखोरी की प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए भी यह टीमें औचक कार्यवाही करेगी। इसके लिए मेडिकल स्टोर्स सहित ऐसे संभावित स्थानों का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बालश्रम के मामलों में एफआईआर दर्ज करवाई जाए तथा यदि किसी कारण से एफआइआर दर्ज नहीं होती है, तो इसकी सूचना लिखित में दी जाए।
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इन स्थानों का किया निरीक्षण
जिला कलक्टर ने बालिका गृह के अलावा नारी निकेतन, विमंदित गृह सेवा आश्रम तथा राजकीय संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया। उन्होंने इन केन्द्रों में नॉर्म्स के अनुसार सभी व्यवस्थाओं का मुआयना किया। बाल कल्याण समिति के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने इन केन्द्रों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रखने तथा सभी सीसीटीवी कैमरे चालू रखने के निर्देश दिए। आवासीय गृहों के रसोई घर देखे तथा खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान सहायक निदेशक (बाल अधिकारिता) कविता स्वामी, किशोर एवं संप्रेषण गृह अधीक्षक डॉ. अरविंद आचार्य, नारी निकेतन अधीक्षक शारदा चौधरी, छात्रावास अधीक्षक नीलम पंवार, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. किरण सिंह, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य किरण गौड़सदस्य एड. जुगल किशोर व्यास, सरोज जैन, आईदान, हर्षबर्द्धन भाटी आदि मौजूद रहे।