सुजानदेसर गोचर क्षेत्र में विकसित होगा ‘सिटी फोरेस्ट’, पहले चरण में चार बीघा में पौधारोपण शुरू
आमजन लगांएगे पौधे, करेंगे देखभाल, शहर को हरा-भरा बनाने में रहेगी भागीदारी
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। सुजानदेसर गोचर की 6200 बीघा भूमि को चरणबद्ध तरीके से सिटी फोरेस्ट के रूप में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में रविवार को चार बीघा क्षेत्र में सघन पौधारोपण कार्यक्रम की शुरूआत जिला कलक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती प्रसाद कलाल ने की। उन्होंने ‘एडॉप्ट ए ट्री-मेक ऑवर सिटी ग्रीन’ अभियान की शुरूआत भी की।
जिला कलक्टर ने बताया कि सुजानदेसर की गोचर भूमि शहर के नजदीक है। यह क्षेत्र हरा-भरा हो, संरक्षित रहे और सघन वन क्षेत्र विकास में आमजन की भावनात्मक भागीदारी हो, इसके लिए ‘एडॉप्ट ए ट्री’ कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। इसके तहत पौधारोपण के इच्छुक शहरवासी को पौधा तथा इस पर लगने वाली एडोप्टर की पट्टिका नगर विकास न्यास द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। पौधा लगाने के बाद भविष्य में इसके संरक्षण की संबंधित एडोप्टर की होगी। उन्होंने कहा कि शहरवासी अपने अथवा अपने परिजन के जन्म दिन, विवाह की वर्षगांठ अथवा ऐसे किसी अन्य महत्वपूर्ण दिवस पर यहां पौधारोपण करें तथा इस दिन को यादगार बनाने के साथ, शहर को हरा-भरा बनाने में भागीदार बनें।
लाखों लीटर पानी का होगा सदुपयोग
जिला कलक्टर ने बताया कि सुजानदेसर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से प्रतिदिन लाखों लीटर पानी का शोधन होता है तथा शोधन पश्चात इसे गोचर भूमि में ऐसे ही छोड़ दिया जाता है, जिससे इसका कोई उपयोग नहीं हो पाता। पौधारोपण से इस पानी का सदुपयोग हो सकेगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिए सिटी फोरेस्ट में विभिन्न स्थानों पर पानी की डिग्गियां बनाई जाएंगी तथा पम्प के माध्यम से पौधों तक पानी पहुंचाया जाएगा। पहले चरण में चार बीघा क्षेत्र को तारबंदी से सुरक्षित किया जाएगा। पौधे लगाने के इच्छुक शहरवासी नगर विकास न्यास को ऑनलाइन अप्लाई कर सकेंगे। शीघ्र ही इसकी व्यवस्था की जाएगी। यहां स्थानीय महत्व के पौधों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
इस दौरान नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र पुरोहित, अधीक्षण अभियंता राजीव गुप्ता, तहसीलदार कालूराम पड़िहार, भागीरथ नंदिनी संस्था के अध्यक्ष मिलन गहलोत, नरेश चुग, बंशी कच्छावा, मूलचंद सामसुखा, दुलीचंद गहलोत, बंशी लाल तंवर, उम्मेद सिंह राठौड़, अशोक कुमार सैन, तुलसीराम गहलोत सहित न्यास के कार्मिक मौजूद रहे।