विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। माटी परियोजना अन्तर्गत 442 कृषक गोष्ठियों के आयोजन से माटी परियोजना अन्तर्गत 14276 किसानों को कृषि तकनीकी सम्प्रेषण का लाभ पहूँचाया जा चुका है।
किसानों को मृदा स्वास्थ्य, जैविक एवं संरक्षित खेती, फसल विविधिकरण, पशुपालन, कीट एवं व्याधि प्रबंधन और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरुक करने तथा कृषि लागत मूल्य घटाने के साथ उत्पादन एवं आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य के साथ जिले में ‘माटी’ परियोजना अन्तर्गत कृषक गोष्ठी आयोजन किया जा रहा है।
जिला कलक्टर माननीय भगवती प्रसाद की पहल पर ‘माटी’ परियजना के तहत जिले में 25 गांवों में 1250 चयनित किसान की कृषि आधारित गतिविधियों की विशेष मॉनिटरिंतग की जाएगी।
उप निदेशक कृषि (वि.) कैलाश चौधरी ने बताया कि माटी परियोजना के पहले चरण में 16 मई से लगातार जिले के सभी गांवों में किसान गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इन गोष्ठियों में किसानों से सीधा संवाद किया जाएगा।
जिले के पच्चीस गांवों का चयन करते हुए इनमें किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन 25 गांवों में किसान की कृषि योग्य भूमि, मृदा की स्थिति, उपलब्ध संसाधन, वर्तमान में की जाने वाली खेती एवं आमदनी, आय एवं उत्पादन बढ़ाने की योजना तथा परिणाम संबंधी रेकार्ड संकलित किया जाएगा। सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ विभिन्न ऋण योजनाओं से इन क्षेत्रों के किसानों को जोड़ने के प्रयास होंगे।
इस गोष्ठी में केवीके बीकानेर से डॉ. शीशपाल सिंह, रमेश ताम्बिया सहायक महाप्रबंधक नाबार्ड, डॉ रामकशोर मेहरा सहायक निदेशक कृषि वि., डॉ वेदप्रकाश पशुचिकित्सक, डॉ मानाराम जाखड़ सांख्यिकी अधिकारी, लक्ष्मण सिंह शेखावत स.कृ.अ. के साथ विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। गोष्ठी का संचालन मुकेश गहलोत कृषि अधिकारी द्वारा किया गया।