जिला कलक्टर ने चानी में सुनी ग्रामीणों की समस्याएं, लम्पी स्किन डिजीज के मद्देनजर पूर्ण सावधानी का आह्वान

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बुधवार को चानी ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। इस दौरान उन्होंने पशुओं में फैल रहे लम्पी स्किन डिजीज के मद्देनजर पूर्ण सावधानी रखने की अपील की।


जिला कलक्टर ने कहा कि रोगग्रस्त पशुओं को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ आइसोलेट करते हुए चिकित्सकीय देखरेख में आवश्यक उपचार उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा इस दिशा में पूर्ण मुस्तैदी से कार्य किया जा रहा है। गांव-गांव में जागरुकता की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। अतिरिक्त मोबाइल टीमें तैनात की गई हैं। प्रत्येक गोशाला का सर्वे करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पशुपालक पूर्ण सावधानी रखें तथा संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए रोगग्रस्त गोवंश को आइसोलेट करें।


ग्रामीणों ने रखी विभिन्न समस्याएं

इस दौरान ग्रामीणों ने नया आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने, लंबित घरेलू विद्युत कनेक्शन करवाने, बिजली के तार कसवाने, अतिक्रमण हटवाने जैसी समस्याएं रखी। ग्रामीणों की खेल मैदान की मांग पर जिला कलक्टर ने मनरेगा के अधिशाषी अभियंता को प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जिला, उपखण्ड और ग्राम पंचायत स्तर पर जनसुनवाई की व्यवस्था की है। जरुरतमंद व्यक्ति इसका लाभ लें। उन्होंने अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।


बेटियों के पोषण पर दें विशेष ध्यान

इस अवसर पर जिला कलक्टर ने जिले में चल रहे शक्ति और पुकार अभियान की जानकारी दी तथा कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने के लिए बेहतर वातावरण मिले तथा बेटियां सुपोषित हों, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।

उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत शत-प्रतिशत परिवारों को जोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही पालनहार योजना के बारे में बताया। जिला कलक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने के लिए सजग आंगनबाड़ी अभियान चलाया जा रहा है।

गौशालाओं का किया निरीक्षण


इससे पहले जिला कलक्टर ने बीकानेर की गंगा जुबली गौशाला तथा गजनेर की श्री श्याम सुंदर गोशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों गोशालाओं में लम्पी स्किन डिजीज से रोगग्रस्त पशुओं की स्थिति देखी तथा चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा की।

उन्होंने गोवंश के चारे, दवाइयां, आइसोलेशन की व्यवस्था आदि का जायजा लिया। संचालकों से बातचीत के दौरान उन्होंने गोशालाओं के आइसोलेशन एरिया में अतिरिक्त रोगग्रस्त पशुओं के लिए व्यवस्था करने का आह्वान किया।
इस दौरान कोलायत के उपखण्ड अधिकारी प्रदीप चाहर, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक विरेन्द्र नेत्रा, मनरेगा के अधिशाषी अभियंता धीर सिंह गोदारा, विकास अधिकारी दिनेश सिंह भाटी सहित अन्य अधिकारी एवं ग्रामीण मौजूद रहे।