लंपी स्किन के विरुद्ध बेहतर प्रबंधन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताः डॉ. कल्ला
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने जिला प्रशासन तथा सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय द्वारा लम्पी स्किन रोग से बचाव के प्रति जागरुकता रथ को कलक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि प्रत्येक पशुपालक लम्पी स्किन रोग के लक्षण, दुष्परिणाम एवं बचाव के प्रति जागरुक रहे। रोगग्रस्त गोवंश को तत्काल आइसोलेट करते हुए इस रोग के फैलाव को रोकें। उन्होंने कहा कि कोरोना की तरह लम्पी स्किन के विरूद्ध प्रभावी प्रबंधन को राज्य सरकार द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत स्वयं इसकी नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं। लम्पी स्किन पर प्रभावी अंकुश के लिए सरकार द्वारा किसी प्रकार के संसाधन की कमी नहीं आने दी जाएगी।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि कृषि विभाग के पर्यवेक्षक और राजीविका की पशु सखियां गांव-गांव जागरुकता के कैम्पेन चला रहे हैं। निचले स्तर तक दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अधिकारियों द्वारा गौशालाओं का नियमित दौरा किया जा रहा है। जिला और ब्लॉक स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के सहायक निदेशक हरि शंकर आचार्य ने बताया कि जागरुकता रथ द्वारा जिले के सभी पंचायत समिति क्षेत्रों में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। विभाग के निर्देशानुसार दस हजार पम्पलेट्स वितरित करवाए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने किया गौशाला का अवलोकन
इससे पहले शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने भीनासर स्थित मुरली मनोहर धोरा स्थित गौशाला का अवलोकन किया। उन्होंने गौशाला में लम्पी स्किन रोगग्रस्त गोवंश के आइसोलेशन, दवाइयों और चारे की उपलब्धता सहित विभिन्न व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यहां सभी व्यवस्थाएं नॉर्म्स के अनुसार की जाएं। गौशाला संचालक प्रशासनिक अधिकारी आपसी समन्वय रखें। उन्होंने उपचार और संक्रमण की रोकथाम के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान शिव गहलोत, कैलाश गहलोत, देवकिसन, त्रिलोकी कल्ला, गिरिराज सेवग आदि मौजूद रहे।