विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।साहित्य अकादमी, नई दिल्ली की ओर से 30 सितम्बर को अनुवाद पुरस्कार समारोह का आयोजन केरल में होगा। केन्द्रीय साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने बताया कि केरल के त्रिचूर में केरल संगीत नाटक अकादमी के अधीन के.टी. मोहम्मद स्मारक थियेटर में यह आयोजन होगा। इस अवसर पर केन्द्रीय साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर काम्बर विभिन्न भाषाओं के विजेता अनुवादकों को अनुवाद पुरस्कार 2021 प्रदान करेंगे। अंग्रेजी भाषा के लेखक और अनुवादक रंजीत होसकोटे मुख्य अतिथि होंगे जबकि अकादमी उपाध्यक्ष माधव कौशिक आभार ज्ञापित करेंगे।
समारोह में राजस्थानी भाषा में अनुवाद हेतु वर्ष 2021 का राजस्थानी अनुवाद पुरस्कार बीकानेर के संजय पुरोहित को प्रदान किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि संजय पुरोहित द्वारा अकादमी पुरस्कार प्राप्त उपन्यासकार श्रीमती रमा मेहता के अंग्रेजी उपन्यास ‘इनसाईड द हवेली‘ का राजस्थानी में अनुवाद ‘हेली रै मांय‘ शीर्षक से किया गया है। संजय पुरोहित को इससे पूर्व लेखन के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार उनके राजस्थानी काव्य संग्रह ‘थूं क्यूं हुवै उदास‘ के लिये राज्यपाल द्वारा वर्ष 2016 में प्रदान किया गया था।
संजय पुरोहित को जिला प्रशासन सम्मान, बीकानेर रत्न सम्मान, अ.भा.सरला अग्रवाल कहानी लेखन प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार, मैथिलीशरण गुप्त युवा लेखन पुरस्कार, पं.विद्याधर शास्त्री अवार्ड, ज्ञान फाउण्डेशन, शंभू शेखर राज्य स्तरीय साहित्य विशिष्ट पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
संजय पुरोहित का प्रथम संग्रह हिंदी कहानी संग्रह ‘कथांजलि‘ रहा, जो राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के सौजन्य से प्रकाशित हुआ। इसके उपरान्त अकादमी के सहयोग से ही उनका हिंदी लघुकथा संग्रह ‘अन्तर्दृष्टि‘ प्रकाशित हुआ। श्री संजय गत ढाई दशक से साहित्य की विभिन्न विधाओं में लेखन कर रहे हैं। देश भर की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं, ऑनलाईन पोर्टल, पत्रिकाओं में पुरोहित के अब तक 600 से अधिक कविता, कहानी, लघुकथा, आलेख, समीक्षा, व्यंग्य, कॉलम, साक्षात्कार आदि प्रकाशित हो चुके हैं। पुरोहित के लिखे बीकानेर नगर गीत ‘सैर बीकाणो म्हारौ देख‘ को सर्वत्र सराहना मिली है। इसके अलावा संजय पुरोहित गत 25 वर्षों से स्वाधीनता दिवस, गणतंत्र दिवस, दशहरा, ऊंट उत्सव में तथा माननीय राज्यपाल, माननीय मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में मंच संचालन करते रहे हैं। आकाशवाणी के उद्घोषक रहे श्री संजय की कहानियां सामयिक रूप से आकाशवाणी बीकानेर से प्रसारित होती रहीं हैं।
पुरोहित राजस्थान राज्य अभिलेखगार, सूचना प्रोद्योगिकी विभाग, रसद विभाग, जिला प्रशासन, कृषि विभाग के 50 से अधिक वृत्त चित्रों (डॉक्यूमेंट्रीज) हेतु वॉईस ओवर के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर चुके हैं। बीकानेर के लिये यह बड़ी उपलब्धि है कि बीकानेर के किसी अनुवादक को राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।