विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत के बैनर तले आज राज्यसरकार की अनदेखी व संवादहीनता से खफा होकर बीकानेर जिले मुख्यालय पर सम्भाग प्रभारी आदराम चौधरी की अध्यक्षता में नर्सेज प्रतिनिधियो की बैठक हुई जिसमें प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर 5 अप्रैल को प्रस्तावित सम्भागीय धरने व सत्याग्रह की तैयारियों पर चर्चा की गई ।
संगठन के सम्भाग प्रभारी आदराम चौधरी ने बताया कि कोविड के बढ़ते प्रकोप व कोविड टीकाकरण में फील्ड स्टाफ की व्यस्तता के चलते बीकानेर सम्भाग के चारो जिलो से नर्सेज प्रतिनिधि एक दिवसीय सम्भाग स्तरीय ध्यानाकर्षण धरना व सत्याग्रह में 5 अप्रैल को बीकानेर सम्भाग मुख्यालय पर शामिल होंगे व एकजुटता के साथ लामबद्ध होकर आगामी आंदोलनात्मक चरणों का ऐलान करेंगे ।
आज की बैठक में जिलाध्यक्ष ग्रामीण श्रवण कुमार वर्मा ,जिलाध्यक्ष शहर आरिफ मोहम्मद, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महिपाल चौधरी, प्रदेश आईटी प्रभारी राजेन्द्र बिजारणियां,महामंत्री अमित वशिष्ठ, महामंत्री शहर प्रदीप चौधरी , महिला महामंत्री सरोज रावत , महावीर गोदारा, शुभकरण, श्रवण विश्नोई, सौरव ,विजयपाल,आदि पदाधिकारी शामिल हुए ।
प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महिपाल चौधरी ने बताया कि नर्सेज के लम्बित ज्वलन्त मुद्दे जैसे नर्सेज संवर्ग के पदनाम परिवर्तन, समयबद्ध पद्दोन्नति, प्रोत्साहन राशि ,नर्सिंग भते में बढ़ोतरी व हाई रिस्क भते ,संविदा नर्सेज के नियमितीकरण, नर्सेज ड्रेस कोड परिवर्तन, प्राथमिक उपचार का अधिकार, नर्सिंग भर्ती 2018 में एक समान जोइनिंग तिथि सहित अन्य मांगों को लेकर लम्बे समय से आंदोलनरत है परन्तु सरकार की अनदेखी व संवादहीनता, हठधर्मिता से आज दिनाक तक नर्सेज की मांगों का समाधान नही हो पाया जिससे राज्यभर के नर्सेज आक्रोशित है और अब आन्दोलन की ओर अग्रसर हो रहे है ।
जिलाध्यक्ष ग्रामीण श्रवण कुमार वर्मा व जिलाध्यक्ष शहर आरिफ मोहम्मद ने बताया कि रोगियों की सेवा ही अपने जीवन का उद्देश्य मानने वाले नर्सेज ने इस कोरोना महामारी के दौरान दिन रात अपने जीवन को दांव पर लगाकर रोगियों की सेवा की एवम आज भी कोविड टीकाकरण में अग्रिम पंक्ति पर रहकर राज्यसरकार के आदेशानुसार सुबह 9 बजे से सांय 6 बजे तक कार्य करके टीकाकरण अभियान को सफल बना रहे है पर राज्यसरकार दिन प्रतिदिन नर्सेज की उपेक्षा कर रही एवम नर्सेज संवर्ग की गैरवितीय मांगों को भी नजरअंदाज कर रही है जो अब बर्दाश्त से बाहर है । 5 अप्रैल को सम्भागीय धरने व सत्याग्रह में नर्सेज प्रतिनिधि एकजुट होकर आर पार के आंदोलन का ऐलान करेंगे उसके बाद कोरोना काल मे आमजन को होने वाले परेशानियों के लिए पूर्णतया राज्यसरकार जिम्मेदार होगी ।