दुर्घटनाग्रस्त मरीजों एवं प्राण बचाने वाले समाजसेवियों का सम्मान
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। चुन्नीलाल सोमानी राजकीय ट्रॉमा सेंटर तथा परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को वर्ल्ड रिमेंबर्स डे पर ट्रॉमा सेंटर सभागार में राज्य सड़क सुरक्षा दिवस का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में सड़क दुर्घटना से प्रभावित मरीजों एवं प्राण बचाने वाले समाजसेवियों और संस्थाओं का सम्मान किया गया । कार्यक्रम में 2 मिनट का मौन रखकर दुर्घटना में दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स. प. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने कहा कि सड़क सुरक्षा दिवस पर यातायात नियमों की पालना का संकल्प लेने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त रोगियों के त्वरित उपचार के लिऐ ट्रॉमा सेंटर में उच्च स्तरीय सुविधाओ का विस्तार किया जाएगा । ट्रॉमा सेंटर के निदेशक डॉ. बी.एल. खजोटिया ने कहा कि प्राण बचाने के लिए ट्रॉमा सेंटर पांचवा स्तंभ है जहां चिकित्सक त्वरित रूप से मरीजों का इलाज करते हैं । उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ट्रॉमा सेंटर को एक्सीलेंस सेंटर का दर्जा मिला है । उन्होंने बताया कि गत 6 वर्षों में चुन्नीलाल राजकीय ट्रॉमा सेंटर में 10 लाख से अधिक मरीज लाभान्वित हुए हैं जिनमें 16 हजार से अधिक मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं । कार्यक्रम में ट्रॉमा सेंटर सीएमओ डॉ. एल के कपिल ने ट्रॉमा सेंटर में विभिन्न स्तरों पर इलाज की प्रक्रिया साझा की । ट्रोमा नर्सिंग कोआर्डिनेटर मेवा सिंह दुर्घटनाग्रस्त लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्तियों के कर्तव्य एवं अधिकारों की जानकारी दी । कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ लेखक अशफाक कादरी ने आम आवाम में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पर बल दिया । कादरी ने सम्मानितजनो का परिचय दिया ।
कार्यक्रम में परिवहन निरीक्षक सुनील कुमार चौधरी ने सड़क सुरक्षा के विभिन्न आयाम, उप निरीक्षक डॉ. कपिल देव ने वाहन और चालक नियमो की जानकारी दी । कार्यक्रम में खत्री मोदी समाज सेवा समिति के श्योदान सिंह, दिनेश मोदी द्वारा ट्रॉमा सेंटर निदेशक डॉ. बी एल खजोटिया एवं सीएमओ डॉ. एल के कपिल को सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में दुर्घटना प्रभावित रोगियों को अस्पताल पहुंचाने वाले असहाय सेवा संस्थान, मारवाड़ जन सेवा समिति, खत्री मोदी सेवा समिति को सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में दुर्घटना प्रभावित हरी सिंह राजपुरोहित, अख्तर, सुखविंद्र सिंह, सीताराम, राकेश कुमार, कालूराम ने अपनी पीड़ाएं साझा करते हुए सड़क नियमो का पालन करने की अपील की ।