ऑडिट रिपोर्ट कार्यालय में नहीं देकर सार्वजनिक करने पर ऑडिट टीम पर कि अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम में हुई निरीक्षण विभाग की ऑडिट को लेकर अधीक्षक डॉ. पीके सैनी ने ऑडिट टीम के सदस्यों द्वारा राजकार्य की गोपनियता भंग करने की सूचना देते हुए निदेशक निरीक्षण विभाग, वित्त भवन जयपुर को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में डॉ. सैनी ने बताया कि निरीक्षण दल द्वारा पिछले 10 वर्षों की ऑडिट का कार्य अप्रेल 2022 से अगस्त 2022 तक संपादित किया गया। नियमानुसार ऑडिट टीम द्वारा इस कार्य की ऑडिट रिपोर्ट पीबीएम अधीक्षक कार्यालय में प्रस्तुत करनी चाहिए थी लेकिन जांच दल के सदस्यों द्वारा ऐसा नहीं करते हुए ऑडिट रिपोर्ट सीधे मीडिया में प्रकाशित एवं प्रसारित करवाई जाकर इसे सार्वजनिक किया गया। ऑडिट रिपोर्ट को संबंधित कार्यालय में प्रस्तुत करने से पूर्व ही इसे सार्वजनिक करना इसी के साथ ऑडिट दल के एक सदस्य सहायक लेखाधिकारी द्वितीय द्वारा सोशल मीडिया (वॉट्सएप ग्रुप) में ऑडिट रिपोर्ट का प्रचार कर अपनी उपलब्धि बताया जाना राजस्थान सेवा नियम के अनुसार दुष्कृत्य श्रेणी में आता है। ऑडिट टीम द्वारा ऐसा करने से संभाग के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान की छवि धूमिल हुई है, ऐसा होने से संस्था मे कार्यरत अधिकारी एवं कार्मिक हतोत्साहित हुए हैं।
पत्र में डॉ. सैनी ने ऑडिट टीम के सदस्यों पर राजकार्य की गोपनियता भंग करने के लिए उन्हें आरोपित कर आईटी एक्ट तथा सेवा नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की मांग निदेशक निरीक्षण विभाग, जयपुर से की है ताकि भविष्य में ऐसा दुष्कृत्य दोहराया न जाए।