विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। एसपी मेडिकल कॉलेज बीकानेर से संबंद्ध संभाग के सबसे बड़े अस्पताल प्रिंस बिजय सिंह मेमोरियल में निविदा पर कार्यरत स्वास्थ्य मार्गदर्शकों ने राज्य सरकार द्वारा जारी नए संविदा रूल्स के तहत अपनी सेवाओं को जुड़वाने के लिए बीते शुक्रवार से हड़ताल की थी जो तीसरे दिन लगातार जारी रही ओर मांगे नहीं माने जाने तक जारी रहेगी। यह हड़ताल प्रदेश संगठन के आह्वान पर शुरू की गयी है। उल्लेखनीय है कि ये सभी निविदा कार्मिक बेहद कम मानदेय पर पिछले लगभग दस वर्षों से कार्य कर रहे है, उसमें भी उनकी जॉब की सिक्योरिटी नहीं रहती, ठेकेदारों द्वारा समय पर मानदेय नहीं मिलता साथ ही पीएफ ईएसाई की कटौती में भी अल्पवेतनभोगी कार्मिकों को आए दिन अनियमिततओं का सामना करन पड़ रहा है। अब जब गहलोत सरकार युवाओं के लिए नया बजट पेश कर रही है दस वर्षों से कार्यरत अल्प मानदेय प्राप्त कर रहें स्वास्थ्य मार्गदर्शकों को उम्मीद की किरण जगी है, इसी आस के साथ लोकतांत्रिक तरिके से अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है, यहां यह भी बताना आवश्यक है कि महज 6 से 7 हजार रूपये मासिक मानदेय प्राप्त करने वाले इन निविदा कार्मिकों को हड़ताल के दौरान किये जाने वाले प्रदर्शन के दिनां का भी मानदेय काटा जाएगा, इन सब के बावजुद ऐसी युवा शक्ति का अपने संघर्ष को लेकर किया गया ये कदम तारिफे काबिल है।
टीम विनय एक्सप्रेस प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह करती है कि एक तरफ आपकी सरकार ने जहां स्थायी कार्मिकों के लिए ओपीएस लागू कर उन्हें समाजिक सुरक्षा प्रदान की ठीक इसी प्रकार प्रदेश भर में कार्मिकों को सरकार तंत्र में निविदा पर लगाने की प्रथा समाप्त कर विभिन्न योजनाओं में नविन संविदा रूल्स में मर्ज करने का प्रयास करें आपके इस कदम से भी अप्रत्यक्ष रूप से राजस्थान सरकार की छवि हर घर में और अधिक सकारात्मक बनेगी।
आप को बता दें कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 2015 से कार्यरत (पहले भामाशाह योजना) स्वास्थ्य मार्गदर्शक ने शुक्रवार से हड़ताल कर दी थी, संविदा नियम 2022 में शामिल करने की मांग को लेकर यह कर्मचारी अधीक्षक कार्यालय के सामने पार्क में धरने पर बैठ गए धरने पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की अखिल राजस्थान स्वास्थ्य मार्गदर्शक संघ बीकानेर जिला अध्यक्ष दीपक गौड़ ने बताया कि पिछले 1 साल से यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार को ज्ञापन दिए गए लेकिन सरकार व विभाग की तरफ से हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई जब तक मांग नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा अर्थात स्वास्थ्य मार्गदर्शन की हड़ताल के बाद काउंटर पर काम लगभग तब होगा जब इनकी मांगों पर सकारात्मक सुनवाई होगी।