एमजीएसयू में कैनवास पर उतरे गांधी, अहिंसा व स्वतंत्रता संग्राम के विचार

अहिंसा सप्ताह के तहत उकेरी एमजीएसयू के विद्यार्थियों ने कैनवास पर चित्राकृतियां

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। चित्रकार सूक्ष्मतम मनोभावों को अभिव्यक्त करने का महारथी होता है। यह विचार व्यक्त किए इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार छंगाणी ने। वे अहिंसा सप्ताह के तहत चल रही पोस्टर प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को आशीर्वचन दे रहे थे।
अहिंसा सप्ताह की आयोजन सचिव डॉ मेघना शर्मा ने बताया कि इतिहास विभाग द्वारा महात्मा गांधी के पुण्यतिथि सप्ताह को अहिंसा सप्ताह 2023 के रूप में मनाया जा रहा है जिसके तहत मंगलवार को गांधी, अहिंसा और स्वतंत्रता संग्राम विषयक पोस्टर प्रतियोगिता ड्राइंग एंड पेंटिंग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई।
मंगलवार को आयोजित प्रतियोगिता में भूगोल, ड्राइंग एंड पेंटिंग, इतिहास इत्यादि विभागों के विद्यार्थियों ने चरखा, गांधी के स्केच, सफेद कबूतर, दांडी यात्रा व सत्याग्रह आदि विचारों को चित्राकृतियों के माध्यम से कैनवास पर उकेरा। शर्मा ने कहा कि बुधवार को अहिंसा सप्ताह की अगली कड़ी में परिसंवाद प्रतियोगिता का इतिहास विभाग में आयोजन होगा। सभी विजेताओं की घोषणा 2 फरवरी को की जाएगी।
विभागीय स्तर पर पोस्टर प्रतियोगिता के समन्वय का दायित्व डॉ. राकेश किराडू, डॉ. मदन राजोरिया और डॉ. मीनाक्षी शर्मा द्वारा निभाया गया।
उल्लेखनीय है कि अहिंसा सप्ताह की शुरूआत शनिवार को गांधी विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी से हुई थी जिसमें लेखक चिंतक प्रो॰ नंद किशोर आचार्य ने मुख्य वक्ता के रूप में गांधीजी के जीवन मूल्य और सामाजिक समरसता पर अपने विचार व्यक्त किये थे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी डॉ॰ मेघना शर्मा द्वारा दिया गया।