मुख्यमंत्री उन्नत औजार योजना के तहत विद्युत चलित चाक वितरण के लिए दस्तकारों का लिए 10 दिवसीय प्रशिक्षण शुरू

बीकानेर, 18 मार्च। शिल्प एवं माटी कला बोर्ड द्वारा संचालित ‘मुख्यमंत्री उन्नत औजार योजना’ के तहत विद्युत चलित चाक वितरण के लिए दस्तकारों का लिए 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार को शुरू हुआ।
कुम्हारों के मोहल्ले स्थित प्रजापति सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला थे। अध्यक्षता शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री डूंगर राम गेदर ने की। विशिष्ठ अतिथि के रूप में केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत मौजूद रहे। शिल्प एवं माटी कला बोर्ड और लाल बहादुर शिक्षा समिति की ओर से 40 दस्तकारों यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।


इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया जा रहा है। इसी श्रृंखला में यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणार्थी पूर्ण गंभीरता से प्रशिक्षण में भाग लें और स्वावलंबी बनने के लिए इसका उपयोग करें।


शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष गेदर ने बताया कि मुख्यमंत्री की निरोगी राजस्थान की परिकल्पना में मिट्टी के बर्तन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार को उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। गेदर ने इस बजट में घोषित विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के तहत कुम्हार मोहल्ले के दस्तकारों को 100 टूल किट वितरित करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि बोर्ड के प्रमाणित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा विद्युत चालित चाक पर कार्य करने की पद्धति, मिट्टी के उत्पाद पकाने की भट्टी बनाने एवं इन पर कलात्मकता का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे दस्तकारों की आय में वृद्धि होगी।


केश कला बोर्ड के अध्यक्ष गहलोत ने दस्तकारों से समय के साथ बदलाव के महत्त्व पर जोर देते हुए कहा कि दस्तकारों को पारंपरिक मिट्टी कला में आधुनिक मशीनो का समावेश करना जरूरी है।
शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चम्पालाल कुमावत ने बताया कि शिविर शिल्प एवं माटी कला बोर्ड द्वारा लाल बहादुर शिक्षा समिति के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उन्नत औजार योजना के तहत बीपीएल कार्डधारी एवं अंत्योदय कार्डधारी दस्तकारों को नि:शुल्क एवं अन्य सभी दस्तकारों को 90 प्रतिशत रियायत पर शिल्प एवं माटी कला बोर्ड द्वारा विद्युत चालित चाक उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रशिक्षण के दौरान सभी दस्तकारों के आर्टिजन कार्ड भी बनाए जाएंगे। इससे सभी दस्तकार राज्य सरकार की अन्य विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हो सकेंगे। विद्युत चालित चाक पर कार्य करने की पद्धति का मास्टर ट्रेनर्स द्वारा लाइव डेमोस्ट्रेशन किया गया एवं मिट्टी के विभिन्न उत्पाद बनाकर दिखाए गए।


कार्यक्रम के पूर्व पार्षद हजारीराम देवडा, सामाजिक कार्यकर्ता बद्रीराम जहाजपुरा एवं राजस्थान खादी बोर्ड के संभागीय अधिकारी मदन स्वामी सहित कुम्हार समुदाय के दस्तकार मौजूद रहे।