विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। हाइकोर्ट के आदेशों की अवमानना करना तथा हठधर्मिता के साथ ईसीबी के 18 कार्मिकों को पुन: नियुक्ति नहीं देना सरकार की क्रूर मानसिकता को दर्शाता है। यह बात रविवार को जिला कलक्ट्रेट के समक्ष ईसीबी कार्मिकों की ज्वाइनिंग के लिए चल रहे आमरण अनशन को सम्बोधित करते हुए नोखा एमएलए बिहारीलाल बिश्नोई ने कही। एमएलए बिश्नोई ने कहा कि कार्मिकों की ज्वाइनिंग के मुद्दे को दो बार सदन में उठाया भी गया है लेकिन सरकार निरुत्तर है, कोई प्रतिक्रिया नहीं है।
अनशन का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता महावीर रांका ने कहा कि बताया कि एमएलए बिहारीलाल बिश्नोई ने अनशनकारियों के हाल जाने तथा उनका उत्साह बढ़ाया। भाजपा के विशाल चौपड़ा ने बताया कि 42वें दिन अनशन पर श्रवण नैण, मनोज पडि़हार, महेन्द्र हटीला, दिनेश सांखला व आदर्श शर्मा डटे हुए हैं। अनशन स्थल पर डॉ. भगवानसिंह मेड़तिया, बंशीलाल तंवर, जेठूसिंह पडि़हार, कैलाश पारीक, रतन जयपाल, मालचंद जोशी, राजेन्द्र शर्मा, मधुसूदन शर्मा, जितेन्द्रसिंह भाटी, साहिल सोढा, रतनलाल पारीक, मोहित बोथरा, टेकचंद यादव, जय उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।
चिकित्सा प्रकोष्ठ ने दिया समर्थन
रविवार को अनशन स्थल पर भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक डॉ. सिद्धार्थ असवाल कार्यकर्ताओं सहित अनशन को समर्थन देने पहुंचे। डॉ. असवाल ने कहा कि सरकार को रोजगार छीनने का हक नहीं है, 42 दिनों से चल रहे अनशन की सुध नहीं लेना भी सरकार की छवि को प्रदर्शित करता है। अनशन को समर्थन देने वालों में इमरान उस्ता, निशा पांडे, चांद राठौड़, डॉ वंदना सचदेवा, मनीषा गाड़ोदिया, शशि गुप्ता, शीशराम खिलेरी, अखेराज पँवार व अमित मितल आदि शमिल रहे।