जिला कलक्टर के नवाचार से आधारभूत सुविधा में हुआ और इजाफा
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। शहर की विभिन्न झुग्गी-झौपड़ियों से चकगर्बी शिफ्ट किए गए परिवारों के बच्चे अब चकगर्बी में ही पढ़ाई कर सकेंगे। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के प्रयासों से यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय खोलने की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। नगर विकास न्यास द्वारा चकगर्बी में बनाए जा रहे सामुदायिक भवन में जल्दी ही अस्थाई तौर पर यह विद्यालय प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि चकगर्बी के लगभग सौ बच्चों का पूर्व में स्कूलों में नामांकन करवाया गया तथा इन्हें लाने-ले जाने के लिए भामाशाहों की मदद से बसों की व्यवस्था भी की गई थी। अब चकगर्बी में ही प्राथमिक स्कूल स्वीकृत हो गया है। उन्होंने इस संबंध में शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला से आग्रह किया था। शिक्षा मंत्री द्वारा इसकी स्वीकृति दे दी गई है। कलाल ने बताया कि नव स्वीकृत विद्यालय का भवन भी प्राथमिकता से बनवाया जाएगा। इस दौरान सामुदायिक भवन में स्कूल को अतिशीघ्र प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इससे यहां के बच्चों को पढ़ाई के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
तीन एनजीओ देंगे प्रशिक्षण
जिला कलक्टर ने बताया कि नगर विकास न्यास द्वारा चकगर्बी में बनाए जा रहे सामुदायिक भवन का कार्य अंतिम चरण में है। यह भवन यहां शिफ्ट किए गए परिवारों के लिए उपयोगी साबित होगा। यह कार्य पूर्ण होने के साथ ही तीन एनजीओ द्वारा यहां विभिन्न प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। इनमें महिलाओं के लिए स्किल डवलपमेंट, स्कूली बच्चों के लिए स्टडी गेप कवर करना तथा स्थानीय लोगों के आवश्यक दस्तावेज तैयार करवाने संबंधी कार्य होंगे।
सम्माजनक पुनर्वास का ‘मॉडल’ बना चकगर्बी
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में झुग्गी-झौंपड़ियां बनाकर ढाई-तीन दशकों से रहने वाले लोगों के सम्मानजनक पुनर्वास की दृष्टि से चकगर्बी मॉडल बना है। यहां लगभग आठ सौ परिवारों को शिफ्ट किया गया है। प्रत्येक परिवार की सुव्यवस्थित प्लॉटिंग की गई है। यहां ट्यबवेल, दो ब्लॉक में शौचालय एवं स्नानघर बनाए गए हैं। लगभग 75 परिवारों ने विद्युत कनेक्शन के लिए राशि जमा करवा दी है। दस परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत पक्के आवास स्वीकृत हो गए हैं। शीघ्र ही इनका निर्माण प्रारम्भ होगा।