पुकार कार्यक्रम की सफलता के बाद नए वित्तीय वर्ष में शिशु स्वास्थ्य पर प्राथमिकता से होंगे प्रयास

जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों की ली बैठक

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। गत वर्ष अप्रैल माह में शुरू हुए जिला स्तरीय नवाचार पुकार कार्यक्रम द्वारा जिले के स्वास्थ्य परिदृश्य में आमूलचूल सुधार परिलक्षित हुए हैं। मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर व एनीमिया के सूचकांकों में उल्लेखनीय सुधार हुए हैं। नए वित्तीय वर्ष में पुकार कार्यक्रम को एक पायदान आगे ले जाते हुए नवीन आयामों को जोड़ा जाएगा और विशेषकर शिशु स्वास्थ्य पर प्राथमिकता से काम किया जाएगा। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में पुकार कार्यक्रम की विस्तृत समीक्षा कर इसे परिवर्धित स्वरूप में आगे ले जाने पर मंथन हुआ। जिला कलेक्टर ने नए वर्ष में ढाणियों पर फोकस करते हुए अब तक छूट रहे क्षेत्रों को कवर करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी स्तर के कार्मिकों की रिफ्रेशर ट्रेनिंग भी करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पुकार कार्यक्रम ने सिद्ध कर दिया कि सही आईईसी टूल्स का उपयोग किया जाए तो सामुदायिक कार्यक्रमों में स्थाई व सुखद परिणाम प्राप्त होते हैं। बड़े आयोजनों की बजाय ढाणी स्तर पर छोटे-छोटे आयोजनों व बैठकों को अधिक प्रभावशील और परिणाम उन्मुख बताया। बैठक में फ्लैगशिप कार्यक्रमों की प्रगति, मौसमी बीमारियों तथा राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पवार ने बताया कि जिला मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की भुगतान केटेगरी में जयपुर के बाद दूसरे स्थान पर काबिज है, इसी प्रकार सिलिकोसिस कार्यक्रम में भी जिला पहले स्थान पर है व अधिकांश कार्यक्रमों में पहले पांच पायदान पर विराजमान है जिस पर जिला कलेक्टर ने सभी को बेहतरीन कार्य के लिए बधाई प्रेषित की और नए साल में नए आयामों को जोड़ते हुए उपलब्धियां हासिल करने का आह्वान किया। बैठक में आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, जिला टीबी अधिकारी डॉ सीएस मोदी, डॉ नवल किशोर गुप्ता, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुशील कुमार सहित समस्त कार्यक्रमों के जिला स्तरीय प्रभारी अधिकारी मौजूद रहे।