विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। कला सत्य को हासिल कर सकती है, इस दावेदारी को नकारना गलत होगा। यह विश्व और मनुष्य के बारे में हमारे ज्ञान में महत्त्वपूर्ण योगदान कर सकती है। दृष्य कलाएं हमे अपना आचरण निर्मित करने में काफी योगदान करती है यह उद्बोधन था श्री हरीगोपाल हर्ष ‘सन्नू’ का। अवसर था अजित फाउण्डेशन में आयोजित चित्रकला शिविर के उद्घाटन पर। श्री हर्ष ने बताया कि शिविर में कुछ बच्चें इतनी अच्छी ड्राईंग एण्ड पेन्टिग बनाने लग गये है जिसको देखकर ऐसा लगता है यह एक अच्छे कलाकार के रूप में बीकानेर का नाम रोशन करेगें।
शिविर के मुख्य संदर्भ व्यक्ति सुप्रसिद्ध चित्रकार श्री कैलाष गहलोत ने इस अवसर पर रेखा, संयोजन और रंग विधान के बारे में बताया। जिसमें विरोधी रंग के जोड़े, समीपवर्ती रंगयोजना, एक वर्णिय योजना के बारे में बच्चों को समझाया। शिविर के दौरान एक्स और वाई से गणेश जी का रेखा चित्र तथा प्रकृति चित्रण के बारे में बच्चों को सिखाया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे कथाकार श्री राजेन्द्र जोशी ने कहा कि एक चित्र हजारों शब्दों के बराबर हैं। चित्रों की भाव भंगिमाएं बिना बोले ही सब कुछ बयां कर देती है।
षिविर के दौरान युवा चित्रकार श्री राम कुमार भादाणी ने कहा कि फाउण्डेशन द्वारा यह आयोजन बच्चों के लिए सुनहरा अवसर है। कम रेखाओं से जो चित्रण सीखने को मिला है वह आने वाले समय में नये आयाम लेकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सशक्त माध्यम बनेगा।
इस अवसर युवा चित्रकार गणेश रंगा ने बच्चों को चित्र बनाने में पूर्ण सहयोग दिया।
कार्यक्रम समन्वयक संजय श्रीमाली ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि इस षिविर के दौरान बच्चों को प्रकृति चित्रण, रेखाचित्र एवं रंग संयोजन के बारे में सिखाया जाएगा। शिविर के लगभग 80 बच्चें उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है।