विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।जिला परिवहन कार्यालय बीकानेर के परिवहन निरीक्षको ने प्रदेश भर में लगे लॉक डाउन से पूर्व अपने लक्ष्य पूर्ति की आड़ में भारी माल वाहनों को चालान बनाने के साथ-साथ सीज भी कर दिया था।लेकिन अब जिला परिवहन कार्यालय सरकारी गाइड लाइन के अनुसार 3 मई 2021 तक पूर्णतया बन्द हैं, ऐसे में ये सीज किये हुए भारी माल वाहन, ट्रक, ट्रेलर आदि इस लॉक डाउन और परिवहन अधिकारियों की लापरवाही के कारण बन्द पड़े डीटीओ कार्यालय में जब तक फँसे रहेंगे तब तक लॉक डाउन लगा हुआ हैं।ऐसे में इन वाहनों के साथ वाले ड्राईवर एवं खलासी की हालत क्या होगी।लॉक डाउन में फंसे एक ट्रक ड्राईवर के अनुसार शहर से दूर बिच्छवाल स्थित कार्यालय के आस-पास न तो खाने-पीने की सुविधा हैं और न ही रहने चिकित्सा आदि की व्यवस्था हैं।खुदा न खास्ता कोई बीमार हो जाये अथवा आकस्मिक मृत्यु हो जाती हैं तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी,विभाग की या प्रशासन की। हम चालान का जुर्माना भरने के लिए तैयार तो हमारी गाड़ी क्यो नही छोड़ी जाती।गाड़ी में लदा माल भी खराब होने की संभावना हैं। इस संदर्भ में राष्ट्रीय आरटीआई एशोसिएशन के जिला अध्यक्ष एडवोकेट हनुमान प्रसाद शर्मा ने मुख्यमंत्री महोदय एवं प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर विभाग में सीज किये गए वाहनों को छोड़ने एवं चालान से सम्बंधित निस्तारण कार्य करने के लिए चालान शाखा खोलने के लिए अनुरोध किया। पत्र में बताया कि राज्य सरकार व केन्द्र सरकार ने भारी माल वाहनों,निजी यात्री बसों को लॉक डाउन से मुक्त कर रखा हैं। लेकिन मुख्य मार्गो पर थाना पुलिस व परिवहन विभाग के उड़न दस्ते कागजातो के अभाव में चालान काट रहे है। लेकिन इन चालान का भुकतान करने के लिए परिवहन विभाग की चालान शाखाएं बन्द हैं,ऐसे मे सभी गाड़ियां शहरी एवं राज्य के बॉर्डर पर खड़ी हैं। जिससे वाहन स्वामियों एवं यात्रियों को भारी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं।