विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। एसडीएम राजकीय जिला चिकित्सालय की राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक बुधवार को जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
जिला कलेक्टर ने अस्पताल में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए डेडीकेटेड फीडर स्थापित करने के लिए बीकेईएसएल के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल के मुख्य द्वार पर अवैध रूप से लगाए गए डेयरी बूथ को गुरुवार को हटाया जाए। साथ ही इसका सामान नियमानुसार जब्त कर लिया जाए। अस्पताल परिसर के पीछे की ओर एक संस्था द्वारा पूर्व में स्थापित किए गए पुनर्वास केंद्र के क्वार्टर को वीडियोग्राफी के साथ खुलवाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इस स्थान का उपयोग अस्पताल कार्य के लिए लिया जाए। जिला कलेक्टर ने सुरक्षा के मद्देनजर अस्पताल परिसर में पुलिस की नियमित गश्त की व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में पीपीपी मोड पर सिटी स्कैन मशीन चलाने तथा यहां कैंटीन खोलने के लिए नियमानुसार टेंडर की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल की सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें तथा यहां आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने बताया कि जिला अस्पताल के लिए सप्ताह में दो दिन मानसिक रोग तथा 3 दिन मेडिसिन और गाइनी विभाग के सीनियर रेजिडेंट को नियोजित किया जाएगा। अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक मशीन स्थापित कर दी गई है।
इस दौरान अस्पताल की आरएमआरएस की आय बढ़ाने से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। वही वार्डों के रखरखाव और सौंदर्यकरण के लिए स्वयं संस्थाओं का सहयोग लेने के उद्देश्य से प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में कन्हैया लाल कल्ला, महेंद्र कल्ला, उपेंद्र शर्मा, डॉ. हिमांशु दाधीच, डॉ. गुलाब खत्री तथा मनीष सोनी सहित अन्य चिकित्सक और आरएमआरएस सदस्य मौजूद रहे।