विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत जिले की 9 पंचायत समितयों की 366 ग्राम पंचायतों के 942 गांवों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के कार्य करवाए जा रहे हैं।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि इन प्रयासों से आमजन को ठोस कचरे और कीचड़ से निजात मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इसके तहत 444 गांवों की डीपीआर तैयार करते हुए जिला स्वच्छता मिशन प्रबंधन समिति द्वारा अनुमोदित कर स्वीकृतियां जारी गई है। तरल कचरा प्रबंधन में 320, ठोस कचरा प्रबंधन में 207 गांवों तथा ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन में 30 उत्कृष्ट गांव घोषित किये गये है। इन गांवों में कचरा संग्रहण एवं एकत्रीकरण के लिए अभी तक 118 रिर्सोस रिकवरी सेन्टर बनाए गए हैं। इन सेंटरों पर डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण कर ले जाया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत खरीदे ई-रिक्शा
जिला कलक्टर ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट तहत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के लिए पंचायत समिति पांचू की 5, बीकानेर की 3एवं कोलायत की 1 सहित कुल 9 ग्राम पंचायतों में ई-रिक्शा क्रय किए गए हैं। इनके द्वारा घर-घर कचरा संग्रहण किया जा रहा है। गलियों में कीचड़़ नियंत्रित करने के लिए 16 हजार 255 सामुदायिक मैजिक पिट बनाए गए हैं। इसी प्रकार गांवों के कचरे से खाद बनाने के लिए गांवों में 1 हजार 215 सामुदायिक कम्पोस्ट पिट का निर्माण किया गया है। शौचालय विहीन 9 हजार 807 परिवारों के लिए व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण किया गया है। प्रति व्यक्तिगत शौचालय निर्माण पर 12 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि सीधे ही लाभार्थी के खाते में हस्तान्तरित की गई है।
बस स्टैंड और मुख्य बाजारों में बनाए जा रहे सामुदायिक शौचालय
उन्होंने बताया कि गांवों में एसएसी-एसटी आबादी बस स्टेण्ड, मुख्य बाजार आदि स्थानों पर 46 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करवाया गया है। उन्होंने बताया कि कोलायत के कपिल मुनि धाम में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आते हैं। इसके मद्देनजर कोलायत कस्बे को लाईट हाउस इन्सेटिव में लिया गया है। इसके तहत कपिल मुनि घाट पर सामुदायिक कचरा पात्र स्थापित किये गये हैं और पार्क विकसित किया गया है। ग्राम पंचायत द्वारा घर-घर एवं घाट से कचरा संग्रहण कर सेन्टर पर ले जाया जाएगा। गांव की समस्त गलियां साफ सुथरी की जा रही हैं जिसस दर्शनार्थियों को असुविधा नहीं हो। लाईट हाउस के तहत कोलायत में प्लास्टिक वेस्ट के निस्तारण के लिए प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेन्ट यूनिट लगाया जाना भी प्रस्तावित है।