विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। कोरोना संक्रमण की बढ़ती दर और कोविड के गंभीर व अति गंभीर मरीजों की जीवन रक्षा सुनिश्चित करनेे के लिए आक्सीजन अपव्यय को प्रभावी तरीके से रोका जाए। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 उपचार , प्रबंधन और रोकथाम के संबंध में आयोजित बैठक में स्पष्ट और कड़े निर्देश दिए।
मेहता ने कहा कि किसी भी स्थिति में ऑक्सीजन का अपव्यय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वर्तमान स्थिति में ऑक्सीजन का युक्तियुक्त और सर्वोत्तम उपयोग ही एकमात्र विकल्प है। जिला कलेक्टर ने कहा कि ऑक्सीजन की खपत की निगरानी के लिए राउंड द क्लोक एक चिकित्सक और एक नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाए जो ऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में लॉग बुक संधारित करेगा, जिससे भविष्य में आवश्यकता का आकलन करते हुए उसके अनुसार ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा सकेगी। लिए मेहता ने राउंड द क्लोक ओटी तकनीशियन की ड्यूटी लगाने के निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों द्वारा ऑक्सीजन मास्क हटाने, शौचालय जाने, भोजन आदि के दौरान आक्सीजन बंद करने के लिए मरीजों को प्रेरित किया जाए।
सभी वार्ड और आईसीयू में ऑक्सीजन के अपव्यय को रोकने के लिए ऑक्सीजन के महत्व वाले पोस्टर इत्यादि भी चस्पा करवाए जाएं ,जिससे मरीज के साथ आए परिजन ऑक्सीजन का उचित उपभोग करवा सकें। आई सी यू में भर्ती मरीजों को समझाएं कि यदि आक्सीजन के उपभोग में अपव्यय पाया गया तो उन्हें तुरंत डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि सामान्य चिकित्सकीय परिस्थिति वाले कोविड मरीजों को जांच के पश्चात कोविड केयर सेंटर में भेजा जा सकता है जिससे कि गंभीर और अति गंभीर मरीजों को प्राथमिकता से इलाज मिल सके।
कोविड अस्पताल में केवल 15 मिनट ही ठहर सकेंगे मरीज के परिजन
मेहता ने कहा कि कोविड अस्पताल में केवल 15 मिनट ही मरीजों के परिजन ठहरें, यह सुनिश्चित किया जाए जिससे मरीजों के उपचार में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो । यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए होमगार्ड के 10 जवान तथा 5 पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।
जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है ऐसे में आने वाले दिनों में ऑक्सीजन का युक्तियुक्त और सर्वोत्तम उपभोग करते हुए प्रति मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर का औसत कम किए जाने पर विशेष जोर रहेगा।
जिला कलेक्टर ने मरीजों के उपचार के लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकोल तैयार करने के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की ट्रीटमेंट प्रोटोकोल समिति गठित करने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि कोविड अस्पताल की दोनों मंजिलों के प्रबंधन में सुधार करते हुए ऑन ड्यूटी चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ को पाबंद करें कि मरीजों को निर्धारित दबाव में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, मरीजों द्वारा स्वयं ऑक्सीजन का दबाव बढ़ा तो नहीं लिया गया है इस पर बारीकी से निगरानी रखी जाए।
बैठक में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ मुकेश चंद्र आर्य ,अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन बलदेव राम धोजक, ऑक्सीजन आपूर्ति के जिला नोडल अधिकारी अजीत सिंह राजावत, मेडिसिन के डा बीके गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।