विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। नगरीय क्षेत्रों की तर्ज पर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी इंदिरा रसोई के माध्यम से आठ रुपये में भरपेट पौष्टिक भोजन मिल सकेगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा की गई बजट घोषणा की अनुपालना में जिले के 64 ग्रामीण क्षेत्रों में 74 स्थानों पर इन इंदिरा रसोईयों की शुरूआत होगी।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बुधवार को गाढवाला और उदासर में इंदिरा रसोई के प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण किया तथा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं देखी। जिला कलक्टर ने बताया कि बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश के ग्रामीण कस्बों में एक हजार इंदिरा रसोई खोले जाएंगे। इसके तहत जिले में 74 स्थानों पर इंदिरा रसोई प्रारम्भ होंगे। उन्होने बताया कि राज्य सरकार द्वारा भवनों के चयन, इनमें नल, बिजली, इंटरनेट कनेक्शन एवं जरूरत के अनुसार भवन मरम्मत करवाते हुए इन्हें नगरीय निकायों को सुपुर्द करने, रसोई संचालन के लिए ईओआई के माध्यम से फर्म चयन, समस्त आधारभूत सामग्री की वरूवस्था करना तथा साज-सज्जा कार्य के लिए कलैण्डर निर्धारित किया गया। जिले में सभी व्यवस्थाएं इसकी अनुरूप की जा रही है। इसके बाद इन रसोईयों को भौतिक रूप से 1 जून को चालू करना है। इसके मद्देनजर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। उन्होंने दोनों स्थानों पर अब तक की तैयारियों की समीक्षा की।
वहीं जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने दंतौर में इंदिरा रसोई के प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया तथा विकास अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं की पूर्व तैयारियों के बारे में जाना।
बीकानेर में खुलेंगी सबसे ज्यादा इंदिरा रसोई
जिला कलक्टर ने बताया कि बीकानेर पंचायत समिति क्षेत्र के 15 गांवों में 17, पांचू के 11 गांवों में 13, श्रीडूंगरगढ़ के 10 गांवों में 12 तथा नोखा के 10 गांवों में 11 इंदिरा रसोई खोले जाने प्रस्तावित हैं। इसी प्रकार लूणकरणसर के 4 गांवों में 7, पूगल और बज्जू खालसा के पांच-पांच गांवों में पांच, कोलायत के तीन गांवों में तीन तथा खाजूवाला में एक नई इंदिरा रसोई प्रारम्भ होगी। उनहोंने बताया कि 74 में से 71 स्थानों पर सार्वजनिक भवनो में तथा 3 स्थानों पर किराए के भवन में यह प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है।