संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में आयेाजित हुई बैठक
इस दौरान शहर के भावी विकास के मद्देनजर रिंग रोड बनाए जाने की संभावनाओं पर चर्चा हुई। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने बताया कि बीकानेर से 21 किलोमीटर दूर बनाई जाने वाली प्रस्तावित आउटर रिंग रोड लगभग 130 किलोमीटर लंबी होगी। इसका निर्माण प्रारम्भ करने के लिए संबंधित एजेंसियों को प्रस्ताव भिजवाने तथा इसे मास्टर प्लान में शामिल करने के उद्देश्य से प्रस्तावित ले आउट का प्लान वरिष्ठ नगर नियोजक को उपलब्ध करवाने पर चर्चा हुई।
संभागीय आयुक्त ने बीकानेर से जोधपुर, बीकानेर से सीकर और बीकानेर से श्रीगंगानगर रोड पर यातायात के बढ़ते दवाब के मद्देनजर इन्हें फोर लेन बनाए जाने के लिए एनएचएआई के अध्यक्ष को पत्र प्रेषित किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीकानेर से सीकर फोर लेन बजट घोषणा का कार्य भी एनएनएचआई के माध्यम से ही करवाए जाने संबंधी पत्र व्यवहार भी किया जाएगा। उनहोंने वर्तमन में जैसलमेर-श्रीगंगानगर रोड, श्रीगंगानगर-जयपुर रोड तथा जयपुर-नोखा रोड को चार लेन करने संबंधी कार्य वर्तमान कार्यकारी एजेंसियांे के बजाय एनएचएआई के माध्यम से करवाए जाने पर चर्चा की।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा उरमूल सर्किल से करमीसर रोड फांटा तक रोड की मार्किंग करवाई जाए तथा सड़क के किनारों के अतिक्रमण हटवाकर लेवल ठीक करवाया जाए, जिससे पानी की निकासी हो तथा जल भराव के कारण सड़क को क्षति नहीं पहुंचे। उन्होंने उमरमूल सर्किल से जयपुर रोड पर सड़क के दानों तफर किनारों की ओर ऊंचे हिस्सों का लेवल ठीक करवाने, एमएस काॅलेज पुलिया के नीचे अंडर क्राॅसिंग ड्रेन के लिए नियमानुसार रेलवे को राशि जमा करवाकर पानी की निकासी की व्यवस्था करवाने, नगरीय क्षेत्रों में पानी के मार्ग में आने वाली रैम्प, चैकियों और सीढ़ियों को हटाने के लिए संबंधित अतिक्रमियों को निर्देशित करने को कहा।
डाॅ. पवन ने कहा कि एनएचएआई द्वारा जयपुर रोड पर कार्यालय भवन बनाने के लिए नियमानुसार कीमत पर जमीन उपलब्ध करवाई जाए। अस्थाई रूप से कार्यालय भवन के लिए राजस्व विश्राम गृह को किराए पर दिया जाए। उन्होंने रेलेव अंडर ब्रिज के कार्यों को अविलम्ब पूर्ण करवाने तथा ऐसा नहीं होने पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, नगर निगम आयुक्त केसर लाल मीणा, नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता, डी.पी. सोनी, एनएचएआई के परियोजना निदेशक पीयूष यदुवंशी सहित इन विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।