विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।जेएनवी सर्किल स्थित सेन्ट विवेकानंद सी.सैक. स्कूल में इस वर्ष से अपने शैक्षणिक सत्र के साथ बच्चों को स्पेस साइंस का संपूर्ण अध्ययन अपने पाठ्यक्रम के साथ-साथ करवाया जाएगा। स्कूल के एकेडमिक निदेशक नीपून गुप्ता ने बताया कि स्कूल के अंदर इस प्रकार की लैब बीकानेर संभाग में एक मात्र लैब हमारी स्कूल मंे स्थापित कि गई है। जिसमें पाठ्यक्रम इसरो के स्पेस ट्यूटर प्रोग्राम से संचालित किया जाएगा। इसरो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है। जिसका लाभ स्कूल में अध्ययन करने वाले बच्चों को मिलेगा तथा स्पेस साइंस केे बारे में बारीकी से अध्ययन कर पाऐंगे।
सेन्ट विवेकानंद सी.सैक. स्कूल, के नवीनतम स्थापित स्पेस लैब में उच्चतम तकनीक और संवेदनशील शिक्षण परियोजनाएं हैं, जो छात्रों को अद्वितीय खोज की यात्रा पर ले जाएंगी। इसमें उन्नत दूरबीन, वर्चुअल रियलिटी सिमुलेशन, इंटरैक्टिव प्रदर्शनी और खगोलीय मॉडल शामिल हैं, जिनसे छात्रों को ब्रह्मांड के रहस्यों का अनुभव मिलेगा।
यह प्रेरित करने का लक्ष्य रखती है कि छात्रों के अंदर कौशल्य जागृत किया जाए, खोज करने की प्रेरणा दी जाए और ब्रह्मांडिक विज्ञान के प्रति गहरी रुचि विकसित की जाए।
स्कूल में प्राचीन खगोलविज्ञान उपकरणों का अध्ययन छात्रों को अद्वितीय अवसर प्रदान करेगा ताकि वे खगोलविज्ञान में संपर्क और इंटरैक्ट कर सकें। यहां छात्रों को अष्ट्रोलेब, संद्याकालीन घड़ी, वृत्ताकार गोलक, और खगोलीय ग्लोब की तरह कई प्राचीन खगोलविज्ञान उपकरणों के साथ व्यापक परिचर्चा और अंतर्क्रिया करने का मौका मिलेगा। स्पेस लैब के पाठ्यक्रम में छात्रों को खगोलीय विज्ञान, सौरमंडल, गैलेक्सियों, काले गहराओं और अंतरिक्ष अन्वेषण आदि के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।