विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। संत-महात्मा, गुरुजन कभी किसी का अहित नहीं करते। जो गुरु केवल शिष्यों का ही नहीं बल्कि विश्व कल्याण का भाव रखते हैं वही सद्गुरु कहलाते हैं। यह उद्गार गुरु पूर्णिमा सोमवार को सुजानदेसर स्थित रामझरोखा कैलाश धाम में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव को सम्बोधित करते हुए पीठाधीश्वर श्री सरजूदासजी महाराज ने व्यक्त किए। सर्वप्रथम श्रीरामदासजी महाराज व श्री सरजूदासजी महाराज ने सियाराम बाबा की समाधि पर पूजा-अर्चना की। उसके बाद श्री सरजूदासजी महाराज ने अपने गुरु श्री रामदासजी महाराज का पूजन किया। इस दौरान उपस्थित भक्तों ने पीठाधीश्वर श्री सरजूदासजी महाराज का पूजन किया। गुरु पूजन परम्परा का निर्वहन धूमधाम से सम्पन्न हुआ। श्री सरजूदासजी महाराज ने श्रद्धालुओं को 19 नवम्बर को होने वाले 108 कुंडीय महायज्ञ तथा जगद्गुरु रामभद्राचार्यजी महाराज के श्रीमुख से रामकथा वाचन के आयोजन के बारे में जानकारी प्रदान की।