कोविड प्रबंधन के क्षेत्र में मुख्यमंत्री  गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश ने पेश की मिसाल-डाॅ. कल्ला

कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री ने आरम्भ से ही उठाए प्रभावी कदम-श्री भाटी मुख्यमंत्री गहलोत के जन्म दिन पर आरजीएससी का ‘कोविड निःशुल्क टीकाकरण वित्तीय सहयोग अभियान’ प्रारम्भ

विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के जन्म दिन के अवसर पर राजीव गांधी स्टडी सर्किल द्वारा अनूठी पहल करते हुए सोमवार को ’कोविड निशुल्क टीकाकरण वित्तीय सहयोग अभियान’ का नेशनल वेबिनार के माध्यम से शुभारम्भ किया गया।
मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला जी, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी, तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग थे। अध्यक्षता राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो. सतीश राय ने की। अतिथियों का स्वागत आरजीएससी के प्रदेश सह समन्वयक डॉ बन्ने सिंह द्वारा किया गया।
ऊर्जा मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने कोविड प्रबंधन के क्षेत्र में प्रदेश में ऐतिहासिक कार्य करते हुए देश भर में मिसाल प्रस्तुत की है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से आॅक्सीजन युक्त बैड, वेंटिलेटर, आवश्यक दवाइयों तथा स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि कोरोना मरीजों के लिए संसाधनों में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके बावजूद संकट के इस दौर में प्रत्येक व्यक्ति आगे आए और अपनी सामथ्र्य के अनुसार सहयोग करते हुए आमजन के जीवन रक्षा का भागीदारी बने। उन्होंने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने का शिक्षकों एवं गणमान्य नगारिकों का संकल्प दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बनेगा। मुख्यमंत्री के जन्म दिन के अवसर पर राजीव गांधी स्टडी सर्किल द्वारा प्रारम्भ किए गए इस कार्य को वर्षों तक याद रखा जाएगा।
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने कोरोना महमारी की रोकथाम के लिए आरम्भ से ही प्रभावी कदम उठाए। प्रधानमंत्री ने भी देश भर के मुख्यमंत्रियों की बैठक में श्री गहलोत द्वारा किए गए कोरोना प्रबंधन की प्रशंसा और उसे आदर्श के रूप में देखने की बात कही। राज्य में कोराना जांच, आइसोलेशन एवं क्वारेंटाइन सेंटर, श्रमिकों के प्रवास, खाद्य सुरक्षा, एकमुश्त आर्थिक सहायता, मनरेगा में रोजगार आदि क्षेत्रों में मुख्यमंत्री द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया गया। वर्तमान में राज्य में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा जैसी ऐतिहासिक योजना प्रारम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में प्रदेश भर के विश्वविद्यालय भी मदद के लिए आगे आए हैं।
तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने कहा कि ‘कोविड निःशुल्क टीकाकरण वित्तीय सहयोग अभियान’ से आमजन में टीकाकरण के प्रति और अधिक चेतना आएगी। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा आमजन को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से जागरुकता अभियान भी चलाया जाए।
राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो. सतीश राय ने कहा कि संगठन, राजस्थान सरकार के इस जनहितैषी कार्य को पूरा समर्थन और सहयोग देगा। इस मुहिम को प्रत्येक शिक्षक तक पहुंचाते हुए अधिक से अधिक सहयोग का संकल्प पूरा किया जाएगा।
कार्यक्रम संयोजक तथा राजीव गांधी स्टडी सर्किल के प्रदेश सह समन्वयक डॉ विठ्ठल बिस्सा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए निःशुल्क टीकाकरण प्रारम्भ किया गया है। इसके लिए 3 हजार करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा वहन किए जाएंगे। पैसों के अभाव में कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से वंचित नहीं हरे, इसके मद्देनजर प्रदेश के अलावा देश भर के शिक्षकों एवं गणमान्य नागरिक जीवन रक्षा से जुड़े इस कार्य में सहयोग के लिए संकल्पबद्ध हैं।
संगोष्ठी को जोधपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पी सी त्रिवेदी, जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आई वी त्रिवेदी, राजस्थान उच्च शिक्षा आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर चुंडावत, राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी के अध्यक्ष बीएल सैनी, उत्तर प्रदेश के आरजीएससी के समन्वयक तथा महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य प्रोफेसर विनोद चंद्रा, मेघालय से प्रोफेसर सुवालाल, जयपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एम एल वडेरा, कोटा से डॉ.अनुज विलियम, उदयपुर से प्रो पीआर व्यास, उत्तर प्रदेश से प्रोफेसर गणेश शंकर त्रिपाठी, राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जी पी सिंह, चूरू से प्रोफेसर जेपी खान, श्रीगंगानगर से प्रोफेसर एसएन कलसी, राजस्थान के राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय सम्मेलन डॉक्टर बन्ने सिंह, राजस्थान आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा से प्रोफेसर सुभाष यादव, कॉलेज शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ राकेश हर्ष, रुक्टा के प्रदेश महामंत्री डॉ विजय ऐरी, आरजीएससी के संभाग के समन्वयक प्रोफेसर एन के ब्यास, पॉलिटेक्निक एवं तकनीकी शिक्षा से जुड़े प्रोफेसर एमएन पठान, प्रोफेसर कपिल ज्याणी, डूंगर महाविद्यालय से डॉक्टर नरेंद्र नाथ, राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर भगवानाराम बिश्नोई, रामपुरिया जैन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पंकज जैन, सिस्टर निवेदिता गल्र्स महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश व्यास, रामपुरिया विधि महाविद्यालय से डॉक्टर रितेश, डॉ बालमुकुंद, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय से डॉक्टर अंबिका ढाका सहित देश के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षाविदों ने संबोधित किया ।