चिकित्सा उपकरण बैंक का शुभारंभ : साधर्मिक भक्ति एवं सेवा सच्चा धर्म-चंपकमल सुराणा

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। सेठ चंचलमल, गुलाबदेवी सुराणा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रविवार को सुनारों की गुवाड़ स्थित श्री जैन पाठशाला (पुरानी स्कूल) में श्री जैन पाठशाला सभा, व समाज सेवी विजय कोचर व जैन पाठशाला सभा के विशेष सहयोग से ’’चिकित्सा उपकरण बैंक की शुरुआत की गई। इस अवसर पर जैन समाज एवं गणमान्य नागरिक व विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैंक में व्हील चेयर, एयर बैड, पेशेंटमेडिकल चैयर, नैबुलाइजर, ऑक्सीजन सिलेण्डर ट्रॉली, सक्सन मशीन, वाकर, कार्डिक टेबल, वाकिग स्टीक, पेशेन्ट मेटरेस, कम्बोड चेयर, बी.पी., शूगर माप यंत्र, ऑक्सीमीटर आदि अनेक चिकित्सा उपकरण जैन स्वधर्मीजनों के लिए निःशुल्क उपलब्ध करवाएं जाएंगे। सभी उपकरण केवल सुरक्षा निधि (वापसी योग्य) के रुप में सुलभ कराए जाएंगे। जिन्हें उपयोग करने के बाद वापस लौटाना होंगा।
चिकित्सा उपरकण बैंक के उद्घाटन समारोह में सेठ चंचलमल, गुलाबदेवी सुराणा चैरिटेबल ट्रस्ट के संयोजक व सुश्रावक चंपकमल सुराणा ने कहा कि पूर्वजों की पुण्याई, देव, गुरु व धर्म की कृपा से यह सेवा कार्य शुरू किया गया है। इसमें सबका सहयोग व साथ जरूरी है। वर्तमान में चिकित्सा उपकरण महंगें होने से अनेक लोगों को आर्थिक कठिनाइयों झेलते हुए उन्हें खरीदना पड़ता है। रोगी के स्वस्थ होने पर वे उपकरण अनुपयोगी हो जाते हैं। इस बैंक के संचालन से आर्थिक रूप् से कमजोर,लाचार व बीमार लोगों को सहायता मिलेगी।
जैन पाठशाला सभा के अध्यक्ष समाजसेवी विजय कोचर ने बताया कि करीब सौ साल पहले समाज के भामाशाहों ने शिक्षा की अलख जगाने के लिए जैन पाठशाला की शुरुआत की थी, जो वर्तमान में इंग्लिश मीडियम स्कूल व स्नातकोतर कॉलेजों रूप् में वटवृक्ष बन गई है। उन्होंने कहा कि निष्काम सेवा के इस प्रकल्प को समाज के भामाशाहों व सेवाभावी लोगों के सहयोग से सर्व समाज के लिए बैंक को उपयोगी बनाने की मंशा है।
महावीर इंटरनेशनल की बीकानेर इकाई के अध्यक्ष नरेन्द्र सुराणा ने कहा कि यर्थाथ सेवा का यह कार्य अनुकरणीय है, इससे सभी को प्रेरणा लेकर समाजहित के कार्यों में आगे आना चाहिए। बैंक के शुरू होने से महंगे मेडिकल उपकरण के अनुपयोगी होने व अपव्यय का भार समाज के जरूरतमंदों पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने समाज सेवी चिकित्सक स्वर्गीय विजय बोथरा का स्मरण करते हुए उनकी आत्मा को नमन किया। डॉ.धनपत कोचर व हेमंत खजांची ने भी आयोजन महत्व को उजागर किया। श्रीमती तृप्ति पूगलिया ने नवकार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर गणेश बोथरा ने जैन यूथ क्लब के पदाधिकारियों से स्वरोजगार के लिए कम्प्यूटर, लेखा-जोखा प्रशिक्षण व नशा और व्यसन मुक्ति केंद्र चलाने का सुझाव दिया।