विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में भौतिक विज्ञान संबंधित रोचक जानकारियां देने के लिए ‘‘मानव जीवन में भौतिकीविज्ञान का प्रभाव’’ पर आधारित एक दिवसीय परिचर्चा का आयोजन रखा गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय डूंगर महाविद्यालय के भौतिकविज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. ओमप्रकाश स्वामी, महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती के पूजन व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा मुख्य वक्ता का परिचय देते हुए स्वागत उद्बोधन किया। डॉ. पुरोहित ने बताया कि हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान का अहम रोल है। विज्ञान के महत्व को प्रत्येक व्यक्ति को समझना होगा। हम अपने दैनिक जीवन की गतिविधियों जैसे चलना, काटना, देखना, खाना बनाना और चीजों को खोलना और बंद करना सभी कार्यों में भौतिकी का ही उपयोग करते हैं। विगत शताब्दियों में, मानव सभ्यता ने जो महान प्रगति देखी है, उसका कारण किसी न किसी तरह से भौतिकी विज्ञान ही है, विशेष रूप से गति के नियमों की खोज करना और उन सिद्धांतों की खोज करना जिन पर संचार के साधन जैसे कई उपकरण बनाए गए हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए डॉ. ओमप्रकाश स्वामी ने आधुनिक मानव के व्यक्तिगत जीवन में उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि व्यावहारिक जीवन में होने वाली घटनाओं का वैज्ञानिक पहलू भी महत्वपूर्ण होता है। डॉ. स्वामी ने कहा कि छात्रों को वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति भी सजग बनाए रखना चाहिए। मोबाइल, वाहन, कंप्यूटर आदि में भौतिक विज्ञान रहता है। इस बीच कई प्रयोग बताए गए। इसमें विद्युत चुंबकीय प्रभाव के अलावा भौतिक विज्ञान की ज्ञात सीमाएं, विज्ञान में प्रयोगों के महत्व की जानकारी दी गई। प्रयोगशाला के सटीक उपयोग करने के बारे मे बताते हुए भौतिक विज्ञान को रोचक बनाने के लिए टिप्स भी बताए गए।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि भौतिकी एक सार्वभौमिक सत्य है जो प्रकृति में सभी सजीव और निर्जीव वस्तुओं के अस्तित्व का मार्गदर्शन करता है। श्री व्यास ने बताया कि यह कोई ऐसा विषय नहीं है जो सिर्फ किताब में बंधा हो, बल्कि गणित की भाषा में बोला गया एक बहुत बड़ा सत्य है। भौतिकी का उत्साह इतना जबरदस्त है कि कई लोगों ने अपना पूरा जीवन भौतिकी को समर्पित कर दिया है। भौतिकी के दायरे में तेज गति से चलने वाली रेसिंग कारों से लेकर अत्यंत धीमी गति से क्षय होने वाले कार्बन तक शामिल है।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा आगन्तुकों का आभार प्रकट करते हुए प्रतीक चिह्न एवं शॉल भेंट किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स्टाफ सदस्यगण डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, श्री वासुदेव पंवार, श्री अजय स्वामी, श्री विकास उपाध्याय, श्री गुमानाराम जाखड़, श्रीमती अर्चना व्यास, श्रीमती जयन्ती पुरोहित, श्रीमती प्रेमलता व्यास, श्रीमती शालिनी आचार्य, श्रीमती प्रियंका आचार्य, सुश्री अंतिमा, श्रीमती संगीता व्यास, सुश्री जया व्यास, श्री शिवशंकर उपाध्याय, श्री राजीव पुरोहित आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।