उच्च शिक्षा मंत्री ने कोविड-19 फण्ड में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालय शिक्षकों के एक दिन के वेतन की कटौती की घोषणा

राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों तथा पेंशनर्स ने कोविड-19 फण्ड में किया आर्थिक सहयोग

30 लाख 18 हजार 600 रूपये की आर्थिक सहायता दी

विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। 07 मई। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षकों की भावना के अनुरूप राज्य के समस्त राज्य पोषित एवं राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों के एक दिन के वेतन की कटौती कर कोविड-19 फण्ड में जमा करवाने की घोषणा की।
       इसी क्रम में शुक्रवार को राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के शिक्षकों, कर्मचारियों तथा पेंशनर्स के एक दिन का मूल वेतन व अंशदान राशि 30 लाख 18 हजार 600 रूपये का चैक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने उच्च शिक्षा मंत्री को सौंपा तथा विश्वविद्यालय की ओर से प्रशासन को भरपूर सहयोग का आष्वासन दिया।
      उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कोविड-19 की सैकण्ड वेव पर चिन्ता व्यक्त करे हुए कहा कि हमारे देश व प्रदेश में कोरोना संक्रमण बहुत तेज गति से फैल रहा हैं। वर्तमान में इस संक्रमण से मरीजों की संख्या में हो रही अप्रत्याशित वृद्धि के कारण आवष्यक चिकित्सा उपकरणों, दवाईयों और सुविधाओं की अत्यधिक जरूरत है।  इन परिस्थितियों के मद्देनजर राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री अषोक गहलोत के आह्वान पर राजस्थान के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के विभिन्न शिक्षक संगठनों ने आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति के लिए राज्य सरकार को आर्थिक सहायता के रूप में स्वेच्छा से एक दिन के वेतन की कटौती के लिए आग्रह किया है।
      उच्च शिक्षा मंत्री ने राज्य सरकार की ओर से उच्च षिक्षा से जुड़े शिक्षक संगठनों तथा शिक्षकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि पहले भी उच्च शिक्षा विभाग ने कोविड-19 राहत कोष में आर्थिक सहयोग के साथ ही सामाजिक जागरूकता के लिए सराहनीय कार्य किये हैं।
    मंत्री भाटी ने उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े सभी शिक्षक संगठनों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों तथा पेंशनर्स को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार से आर्थिक सहयोग और सामाजिक जागरूकता के कार्य करते रहने की अपेक्षा की है।
     इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार कजोडमल दुड़िया, रूक्टा अध्यक्ष डाॅ. राहुल चौधरी और डाॅ. एस.एल. शर्मा मौजूद रहे।