विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान सरकार केशकला बोर्ड अध्यक्ष राज्यमंत्री महेन्द्र गहलोत ने रविवार को नोखा के गौतम भवन में आयोजित कार्यक्रम में नेमीचंद गहलोत की पुस्तक ‘राजस्थानी लोक साहित्य: भावाभिव्यक्ति में प्रकृति चित्रण’ का विमोचन किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थानी लोक साहित्य में प्रकृति चित्रण को विशेष स्थान मिला है। अनेक लेखकों ने भी इस दिशा में अपनी कलम चलाई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोक साहित्य को परंपरा बेहद समृद्ध है। प्रकृति के बहुरंगों को देखकर और महसूस करते हुए कलम चलाना उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोक कलाओं के संरक्षण की दिशा में सतत रूप से कार्य कर रही है।
केश कला बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि बीकानेर जिले के साहित्यकारों ने देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन किया है। युवा पीढ़ी इसमें आगे आ रही है। यह अच्छे संकेत हैं। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग इनकी जानकारी आमजन तक पहुंचाए।
लेखक नेमीचंद गहलोत ने पुस्तक की रूप रेखा की जानकारी दी। इस दौरान गौरीशंकर प्रजापत, जयसिंह बिठ्ठू , ओमप्रकाश भादू, गिरधरदान रतनू , मोनिका गौड़, पिंकी जोशी, संत भंवर दास जी महाराज, मूलाराम मेघवाल, जगदीश पंवार माडिया, शंकर लाल चौहान, जगदीश चौहान, मदन गहलोत, रामचंद्र गहलोत, भवानी शंकर सैन, गौरीशंकर सैन, पूनम चंद सारुंडा, रूपाराम गहलोत, भतू सैन, जयकरण चारण, गोपाल गौड़ आदि सहित उपस्थित रहे।
काकड़ा क्षेत्र के दौरे पर रहे केश कला बोर्ड अध्यक्ष
केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत रविवार को काकड़ा के दौरे पर रहे और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। गहलोत ने बीकानेर में बनने वाले सेन समाज के छात्रावास के भूमि पूजन की तैयारियों को लेकर स्थानीय लोगों से मुलाकात की। छात्रावास के माध्यम से समाज के युवाओं को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया।