नाबार्ड द्वारा सहकारी समिति के लिए आय का नया स्‍त्रोत बनाने पर विचार–राजीव सिवाच

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। नाबार्ड द्वारा ग्रामीण विकास में सहकारी समितियों को योगदान प्रदान करने के लिए खाजूवाला में ग्रामीण हाट मुख्‍य महाप्रबंधक राजीव सिवाच के हाथों गुल्‍लूवाली सहकारी समिति को समर्पित किया गया। उदघाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्‍य महाप्रबंधक ने बताया कि नाबार्ड द्वारा पश्चिमी राजस्‍थान के बीकानेर जिले में सहकारी समितियों को सहयोग प्रदान करते हुए किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्‍य मिले, इसके लिए ग्रामीण हाट बनवाया गया है।
सहकारी समिति द्वारा ग्रामीण हाट के माध्‍यम से सीधे खरीदारों को कृषि उत्‍पाद बेचने का अवसर प्राप्‍त होगा तथा सहकारी समिति को भी आय का नया स्‍त्रोत मिलेगा। ग्रामीण हाट बाजार के माध्‍यम से सहकारी समितियां किसानों को केसीसी ऋण के साथ उत्‍पादों को विक्रय का माध्‍यम भी बन सकेगी तथा सीधे खरीदार के साथ संपर्क स्‍थापित करते हुए अपनी उपज का उचित मूल्‍य प्राप्‍त कर सकेगी।
इसी क्रम में नाबार्ड द्वारा खाजूवाला में सरसों पर भारत सरकार की दस हजार किसान उत्‍पादक योजना के अंतर्गत बनाये गए किसान उत्‍पादक संगठन के प्रतिनिधियों को भी ग्रामीण हाट के माध्‍यम से जुडकर कृषि उत्‍पादों को बाजार तक पहुंचने हेतु निर्देशित करते हुए किसान उत्‍पादक संगठन को भारत सरकार की योजनाओं के अनुकूल काम करने हेतु जिला विकास प्रबंधक को निर्देशित किया। खाजूवाला में किसानों के उत्‍पादों व खरीदारों के लिए उचित मंच प्रदान करने पर अध्‍यक्ष, सहकारी समिति द्वारा डॉ. राजीव सिवाच को साधुवाद प्रदान करते हुए प्रसंस्‍करण यूनिट की स्‍थापना में सहकारी समिति के योगदान के बारे में बताया। ग्रामीण हाट के उदघाटन कार्यक्रम के दौरान बीकानेर केन्‍दीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक तथा संयुक्‍त रजिस्‍ट्रार राजेश कुमार टाक द्वारा सहकारी समितियों की बढ़ती महत्‍ता के बारे में बताते हुए गुल्‍लूवाली सहकारी समिति के लिए बनाए गए रुरल हाट को अन्‍य सहकारी समितियों के रोल मॉडल के रुप में बताया। साथ ही उन्होंने सहकारी समितियों के लिए इस योजना के साथ-साथ नाबार्ड की ग्रामीण भंडारण (आईएसएएम) तथा भारत सरकार की कृषि अवसंरचना निधि के माध्‍यम से सहकारी समितियों को ज्‍यादा से ज्‍यादा लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम में भागीरथ ज्‍याणी, अध्‍यक्ष बीकानेर केन्‍द्रीय सहकारी बैंक, श्री सत्‍येन्‍द्र विश्‍नोई तथा गुल्‍लूवाली से 200 किसानों द्वारा सहभगिता की गई। कार्यक्रम का संचालन रमेश ताम्बिया द्वारा किया गया।