विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। मानवाधिकार संगठन पावर टू सेव ह्यूमन राइट् के प्रदेशाध्यक्ष आशीष नाथ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा व कहा कि इस वैश्विक महामारी में इस वर्ष भी प्रदेश के लाखों लोगों का काम-धंधा ,कमाई ,रोजगार ठप हो गया है जिससे आम आदमी के कमाई का कोई साधन ,जरिया नही बचा है जबकि खर्चे यथावत है । आपके द्वारा सख्त लॉक डाउन तो लगा दिया गया है परंतु निर्धन,जरूरत मंद वर्ग का बिल्कुल भी ध्यान नही रखा गया है।
मानवाधिकार संगठन के आशीष नाथ ने बताया कि समाज का एक वर्ग इस महामारी में अभाव में जी रहा है तथा खाने पीने जैसी आवश्यक संसाधनों व बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। प्रदेश को लोग आपसे सहयोग की आशा से आपकी ओर देख रहे हैं।प्रदेश की जनता की खाने पीने व बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति नही हुई तो लोगो के भूखे मरने की नौबत आ जायेगी।
राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूख से ना मरे, भूखा न सोए या बुनियादी सुविधओं के अभाव में ना जिये जिसकी सुनिश्चिता करना आपका कर्तव्य भी है।
आशीष नाथ ने सीएम महोदय को अवगत कराया कि कोरोना काल से ग्रस्त लोगो की सामाजिक , आर्थिक सहायता के लिये आपसे यह अपेक्षा की जाती है प्रदेश की जनता को सख्त लॉक डाउन लगा कर मरने के लिए उनके हाल पर नही छोड़ा जा सकता है। आपसे आग्रह किया जाता है कि निर्धन, जरूरतमंद व्यक्तियों को खाने पीने की सुचारू व्यवस्था व अन्य बुनयादी सुविधा हेतु व आर्थिक सहायता हेतु 5000 प्रति माह दिया जाय ताकि वे अपना व अपने परिवार का लालन पोषण कर सके तथा इस कोरोना महामारी से अपने परिवार की रक्षा कर सके।
कोरोना के मध्यनजर तालाबंदी (लॉक डाउन) की वजह से अगर राज्य सरकार के द्वारा कोई सहायता प्रदान नही की गई तो लाखों प्रदेशवाशियो का जीवन तबाह हो सकता है।क्योकि वर्तमान में लाखो लोगो के पास न तो आय का कोई साधन है नही दो वक्त की रोटी ।
अतः सरकार से निवेदन है कि प्रदेश के लोगो का जीवन बचाने हेतु राहत पैकज व खाने पीने की व्यवस्था सुनिचित करे।