विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अतिवृष्टि के बाद किसी प्रकार डेंगू और मलेरिया की आशंकित लहर को रोकने हेतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन नवीन संकल्पों के साथ प्रयास जारी है। इसी क्रम में जिले के समस्त चिकित्सकों, ब्लॉक सीएमओ तथा ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधकों को मौसमी बीमारियों के नियंत्रण संबंधी गहन प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पवार ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाले गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिदिन दो ब्लॉक के चिकित्सकों व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के पहले दिन स्थानीय स्वास्थ्य भवन सभागार में ब्लॉक बीकानेर तथा ब्लॉक कोलायत के चिकित्सकों व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें मौसमी बीमारियों के अतिरिक्त राष्ट्रीय रेबीज कंट्रोल कार्यक्रम, राष्ट्रीय फ्लोरोसिस नियंत्रण कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय वृद्ध जन स्वास्थ्य कार्यक्रम संबंधी प्रशिक्षण भी जारी है। डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ योगेंद्र तनेजा, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़, जिला समन्वयक एनसीडी इंद्रजीत सिंह ढाका तथा जिला फ्लोरोसिस समन्वयक महेंद्र जायसवाल द्वारा विभिन्न विषय अनुसार विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। मौसमी बीमारियों के लिए मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण की समस्त गतिविधियों के बारे में बताया गया। मच्छरों के प्रकार व मच्छरों के जीवन चक्र से लेकर एंटी लारवा गतिविधियों, एंटी एडल्ट गतिविधियों, फील्ड सर्वे, ब्लड स्लाइड कलेक्शन, रक्त जांच, उपचार प्रोटोकॉल, रिपोर्टिंग के फॉर्मेट, प्रत्येक स्तर से होने वाली गतिविधियों, लक्ष्यों तथा अपेक्षाओं पर चर्चा की गई। लारवा व गबूसिया मछली प्रदर्शन द्वारा समुदाय में जागरूकता व जिम्मेदारी भाव फैलाने के निर्देश चिकित्सकों को दिए गए ताकि मच्छर जनित रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हासिल किया जा सके। इसी प्रकार सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों का प्रशिक्षण दिया गया।