राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की ओर से वर्ष 2023-24 में 7.94 लाख रुपये का प्रकाशन सहयोग

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की ओर से वर्ष 2023-24 के तहत प्रकाशन सहयोग योजना में राजस्थानी साहित्यकारों व पत्र-पत्रिकाओं को कुल 7.94 लाख रुपये का प्रकाशन सहयोग प्रदान किया जायेगा। पांडुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना के तहत 47 पांडुलिपियों को कुल 5.03 लाख रुपए का, निजी व्यय से प्रकाशित 11 पुस्तकों को कुल 1.12 लाख रुपए का तथा 10 राजस्थानी पत्र-पत्रिकाओं को कुल 1.79 लाख रु का प्रकाशन सहयोग प्रदान किया जाएगा। अकादमी अध्यक्ष शिवराज छंगाणी की अध्यक्षता में अकादमी सभागार में आयोजित कार्यसमिति व सामान्य सभा की बैठकों में इसका निर्णय किया गया।
पांडुलिपि प्रकाशन सहयोग- छंगाणी ने बताया कि वर्ष 2023-24 में पांडुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना के तहत राजस्थानी की 47 पांडुलिपियों को कुल 5.03 लाख रुपए का प्रकाशन सहयोग दिया जायेगा। इसके तहत पुस्तक बैजनाथ पंवार रै राजस्थानी साहित्य री विरोळ-अेक दीठ (डॉ. रणजीत सिंह पंवार, जयपुर), लाज सूं ताज तांई (डॉ. भानुमति, जोधपुर) को 15 हजार रुपये प्रत्येक, नचिकेता रौ निस्तारौ (डॉ. सूरज राव, अजमेर), राजस्थानी कहावतां मांय निरूपित समाज अर संस्कृति (डॉ. अशोक गहलोत, जोधपुर) को 14 हजार रुपये प्रत्येक, हाड़ी री रणभैरी (कवि रूप जी रूप, झालावाड़), गीत कूंपळ (डॉ. कमलाकांत शर्मा, भीलवाड़ा), राजस्थानी आडियां में जन-जीवन (डॉ. कालू खां देशवाली, मेड़ता, नागौर), भटकै विज्ञ चकोर (बाबूलाल शर्मा, दौसा), धाराळी कलम (सांवर कुमावत मऊ, नीम का थाना) को 13 हजार रुपये प्रत्येक, चालो सावळ चेत (किशननाथ खरपतवार, बीकानेर), फेयरवेल अर दूजी कहाणियां (पवन सिहाग अनाम, हनुमानगढ़), उतर-पातर (डॉ. नमामीशंकर आचार्य, बीकानेर), धरती लागै बणी ठणी (महेश पंचोली, कोटा), ठाकुर रामसिंह तंवर रौ राजस्थानी भाषा आंदोलन में योगदान (डॉ. लक्ष्मी भाटी, जोधपुर), न्यारा निरवाळा निबंध (डॉ. अजय जोशी, बीकानेर), मन रा लाडू फीका क्यूं (पुरुषोत्तम लाल सेन, झुंझुनू), उर्दू री टाळवीं कहाणियां (उळथौ) (डॉ. कृष्णलाल विश्नोई, बीकानेर), म्हारा आस ना आंगणे (रामपंचाल भारतीय, बांसवाड़ा) को 12 हजार रुपये प्रत्येक का प्रकाशन सहयोग प्रदान किया जायेगा।
इसी प्रकार पुस्तक कुण छोटौ, कुण मोटौ (डॉ. रामरतन लटियाल, मेड़ता, नागौर), मुळकै है कविता (डॉ. प्रकाशदान चारण, बीकानेर), मायड़ रै आंगणै (तंवराणी तरनिजा मोहन राठौड़, जोधपुर), सबदां री सौरम (डॉ. बंशीधर तातेड़, बाड़मेर), वागड़ी नूं दरद (सूर्यकरण सोनी, बांसवाड़ा), मन रै आंगणै अंतस रा आखर (जुगल किशोर पुरोहित, बीकानेर), थूं जाग मिनख (जेठानंद पंवार, बाड़मेर), अेन सूरज रै सांम्ही (डॉ. रेणुका व्यास नीलम, बीकानेर), मनड़ा री बातां (प्रेम कुमारी कुमावत, राजसमंद), परणी या कंवारी (मदन सिंह राठौड़, जोधपुर), ढाईकड़ी लोकनाटक सत्यवादी राजा हरिचंद (योगेश यथार्थ, कोटा), मीठी सी झणकार (रामकरण मेघवाल, कोटा) को 11 हजार रुपये प्रत्येक, होना नो हूरज (नरेन्द्र पाल जैन, उदयपुर), टाबरां रा बोलः घणा अनमोल (किरण बादल, रायसिंह नगर), उलटी बातां करै गोखड़ा (रामेश्वर शर्मा, कोटा), दारा शिकोह (कमल रंगा, बीकानेर), सबद निकाळो तोल (प्रो. अनिता वर्मा, कोटा), सांची कैऊं थानै (सीमा पारीक, चित्तौड़गढ़), हूंस री डोर (हरीश सुवासिया, ब्यावर), चिबटी भर चांदणौ (डॉ. भीवसिंह राठौड़, जोधपुर) को 10 हजार रुपये प्रत्येक, उणसेर आवै है (बजरंग लाल जेठू, सीकर) को 9 हजार, मिनकी रा च्यार धाम (इंजी. आशा शर्मा, बीकानेर), खेलरां रौ खेल (मनीष कुमार जोशी, बीकानेर), टाबर है फूल (कुसुम अग्रवाल, कांकरोली, राजसमंद) को 7 हजार रुपये प्रत्येक, मुट्ठी भर तावड़ो (दिलीप कुमार पुरोहित, जोधपुर), फूलां री बगिया (सूर्यप्रकाश वर्मा, जोधपुर), फरै चड़कली आंगणै (विष्णु शर्मा, कोटा) बाल फियाळयां (गोरज प्रचंड, कोटा), जादूगारी पोथी (विमला महरिया, सीकर) को 6 हजार रुपये प्रत्येक का प्रकाशन सहयोग प्रदान किया जायेगा।
निजी व्यय से प्रकाशित पुस्तकों को सहयोग- अकादमी उपाध्यक्ष डॉ. भरत ओला ने बताया कि वर्ष 2023-24 में निजी व्यय से प्रकाशित राजस्थानी की 11 पुस्तकों को प्रकाशन सहयोग के तहत कुल 1.12 लाख रुपये का सहयोग प्रदान किया जायेगा। इसके तहत पुस्तक हिजरतु वन (भोगीलाल पाटीदार, डूंगरपुर), अणपढ (सावित्री चौधरी, जयपुर) को 13 हजार रुपये प्रत्येक, अदीठ डोर (राजेन्द्र शर्मा मुसाफिर, चूरू) को 12 हजार रुपये, लागी किण री नजर (पुनीत कुमार रंगा, बीकानेर), आप-…