विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पी.बी.एम. अस्पताल के मानसिक एवं नशामुक्ति विभाग में चल रहे सात दिवसीय विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के सातवें दिन विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया और मानसिक रोगियों के हितों की रक्षा हेतु कानून प्रावधानों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी, अपर जिला न्यायधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रैना शर्मा, बार कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष विवेक शर्मा के कर कमलों द्वारा किया गया। मानसिक रोग विभाग के आचार्य डॉ० हरफूल सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया गया तथा विभाग द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के दौरान सप्ताह भर अलग-अलग स्थानों पर मानसिक रोगों के प्रति जागरूकता के लिए किये गए विभिन्न कार्यक्रमो की जानकारी दी।
इस दौरान प्राचार्य डॉक्टर सोनी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए विभाग द्वारा समय-समय पर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों कि सराहना कि तथा भविष्य में भी इस प्रकार के जन-जागरूक कार्यक्रमों को जारी रखने हेतु प्रोत्साहित किया। अपर जिला न्यायधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रैना शर्मा ने दिव्यांग जन व्यक्तियों से जुड़े मानव अधिकारों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई।
बीकानेर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि जो लोग अंधविश्वास को बढ़ावा देते है, जैसे झाड़-फूंक से, ताबीज से इलाज हो जाता है, उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए। इसके बाद सीनीयर एडवोकेट बजरंग छींपा, उप अधीक्षक गौरी शंकर जोशी, नर्सिंग स्कूल प्राचार्य अब्दुल वाहिद ने अपने विचार रखें।
मानसिक रोग विभाग के सह आचार्य डॉ. राकेश गढ़वाल ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम 2017 एवं राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NMHP) कि जानकारी दी।
इस अवसर पर डॉ० निशान्त चौधरी, सीनीयर रेजीडेन्ट डॉ. ज्योति चौधरी तथा क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ० अन्जू ठकराल ने सभी अतिथियों का धन्यवाद व्यापित किया।
उल्लेखनीय है की सप्ताह भर चले विश्व मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की रूपरेखा मानसिक रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. श्रीगोपाल गोयल ने तय की और उनके मार्गदर्शन में मानसिक रोग से जुड़ा साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम सफलता से आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉक्टर ईशा ने किया, इस दौरान विभाग के समस्त रेजिडेंट डॉक्टर्स एवं नर्सिंग स्टाफ उपस्थित रहे