महान है तू, बीज है तू ध्यान रखना, प्रीत है तो विश्वास रखना -स्वामी विमर्शानन्द जी महाराज : रामपुरिया लॉ कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का हुआ समापन

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। रामपुरिया लॉ कॉलेज की रासेयो दोनों इकाइयों द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के समापन समारोह की शुरूआत स्वयंसेवकों के द्वारा सरस्वती वन्दना से की गई।
रासेयो विशेष शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि लालेश्वर महादेव मन्दिर के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानन्द गिरी जी महाराज थे। विशिष्ट अतिथि कॉलेज शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक डॉ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित थे।


समापन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वामी विमर्शानन्द जी महाराज ने युवाओं को प्रोत्साहित किया तथा उन्हें ‘सेवा’ शब्द को स्पष्ट किया। उन्होंने स्वयसंवकों को बताया कि सेवा का अर्थ है कर्त्तव्य बोध के साथ, निष्काम भाव से उस कार्य को करना है जिससे आपको आनन्द की अनुभूति होती है और आप अपने राष्ट्र समाज एवं परिवार जिनसे आपने बहुत कुछ पाया है उन्हें कुछ देने का भाव जागृत होता है। उन्होनंे कहा युवा ही वह ताकत है जो किसी राष्ट्र के निर्माण में सहयोगी है।

अतः युवाओं को अपनी ऊर्जा को पहचानकर उसका सदुपयोग सकारात्मक कार्यो के लिए करे। उन्होंने कहा कि जिस तरह स्वयंसेवकों ने शिविर में कार्य किया है उसी तरह वह रासेयो को जीवन का एक अंग बनाकर निरन्तर कार्य करेंगे तो निश्चित रूप से जीवन में उन्हें सफलता मिलेगी। स्वामी जी ने स्वयंसेवकों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के द्वारा स्वयंसेवकों को सात दिवसीय विशेष शिविर में कार्य करने वाले स्वयंसेवकों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए।


सहायक निदेशक डॉ. इन्द्रसिंह राजपुरोहित ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक का यह कर्तव्य है कि वे समाज में फैली विभिन्न कुरीतियों को मिटाने हेतु तथा अपने सामाजिक सरोकारों को ध्यान मे रखते हुए निरन्तर प्रयास करें।


डॉ. बिठ्ठल बिस्सा ने स्वागतीय उद्बोधन में अतिथियों का स्वागत करते हुए स्वयंसेवकों को कहा कि विद्यार्थी जीवन में ही व्यक्ति अपने व्यक्तित्व निर्माण करता है उसे अध्ययन के साथ साथ सहशैक्षणिक गतिविधियों में भी सम्मिलित रहना चाहिए। डॉ. बिस्सा ने सभी स्वयंसेवकों को शिविर की सफलता पर बधाई दी।कार्यक्रम का संचालन डॉ. रीतेष व्यास ने किया।
गोष्ठी को कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति कोचर ने भी सम्बोधित किया।


कार्यक्रम के प्रारम्भ में एनएसएस प्रभारी डॉ. शराफत अली ने अतिथियों के समक्ष सात दिवसीय शिविर के दौरान की गई गतिविधियों का एक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में डॉ. बालमुकुन्द व्यास, डॉ. राकेश धवन, डॉ. पीयूष किराडू, श्रीमती सुनीता लूणिया तथा स्वयंसेवक उपस्थित थे। शिविर का समापन राष्ट्र गान से हुआ।