राउमावि दक्षिण विस्तार पवनपुरी मे आयोजित हुआ वार्षिक उत्सव

बच्चों को समय समय पर पुस्तकीय ज्ञान के साथ साथ व्यावहारिक शिक्षा मिले

शिक्षकों के अपने सर्वस्व समर्पण से बच्चो को मिलेगे संस्कार

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर. राउमावि दक्षिण विस्तार पवनपुरी, बीकानेर में गुरुवार को वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्रओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी, जिसमे सनातन संस्कृति की झांकी सजीव हो उठी और संपूर्ण वातावरण आनन्दमय हो गया। छात्राओं सुमन, पावनी, चंदा, स्वीटी, खुशी द्वारा मेरे घर राम आए गीत पर तथा छात्रा प्रिया सौलकी शिव तांडव नृत्य प्रस्तुति पर पुरा सभागार तालियों की गडगडाहट से गुज उठा।

 

कार्यक्रम में उपस्थित समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक गजानंद शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी शिव शंकर चौधरी, भामाशाह नरेन्द्र जैन शिक्षाविद्व एवं भामाशाह राजकुमार जुनेजा, सामाजिक कार्यकर्ता कन्हैयालाल सोनी, पवनपुरी कॉलोनी समिति अध्यक्ष विनोद जोशी, पार्षद पुनीत शर्मा, पार्षद जामनलाल गजरा, अक्षय पात्र के प्रबन्धक चम्पालाल, सुपरवाईजर मनोज रावत, महात्मा गाधी राजकीय विद्यालय प्राचार्या श्रीमती प्रतिभा चावडा, उपप्राचार्य श्रीमती रचना गुप्ता, एसडीएमसी अध्यक्ष भावना आदि ने विद्यार्थियों की भूरि भूरि प्रशसा की।

 

कार्यकम संयोजक रवि आचार्य ने बताया कि गत वर्ष परीक्षा में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रत्येक कक्षा के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया, वही खेलों, किशोरी मेले, वीर गाथा प्रोजेक्ट, अपनी माटी अपना देश, अमृत वाटिका सृजन, विज्ञान मेले में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को भामाशाहों, अधिकारियों, प्रधानाचार्या, उप प्राचार्य एवं विद्यालय स्टाफ द्वारा पुरस्कृत किया गया।

समारोह में समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक गजानन्द शर्मा ने कहा कि सच्चा शिक्षक वही है जो अपने आचरण से अपने विद्यार्थियों में अनुशासन चरित्र संस्कार और सामाजिक भावना विकसित कर सके।

सामाजिक कार्यकर्ता विनोद जोशी ने कहा कि विद्यार्थी अपने आत्मविश्वास को जागृत रखे तो सफलता को कोई रोक नहीं सकता। शिक्षाविद्ध एवं भामाशाह राजकुमार जुनेजा ने शिक्षकों से आव्हान किया कि बच्चों को समय समय पर स्कूली शिक्षा एवं पुस्तकों के ज्ञान के साथ साथ व्यावहारिक शिक्षा से भी अवगत कराए।

पार्षद पुनीत शर्मा ने शिक्षकों को अपना सर्वस्य समर्पण करते हुए बच्चो को संस्कारित करने में

अपनी भूमिका का सक्रियता से निर्वहन करें।

पार्षद जमनलाल गजरा ने कहा कि शिक्षक अपने बच्चों की तरह अपने विद्यार्थियों के हितो की चिन्ता भी होनी चाहिए तभी विद्यालय एवं विद्यार्थी का विकास हो सकेगा।

कार्यकम मे भामाशाह एवं शिक्षाविद्व राजकुमार जुनेजा ने विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ठ स्थान पाने वाले एवं परीक्षा में अव्वल आने वाले प्रोत्साहन हेतु (पाच हजार) राशि 5000/-के पुरस्कार देने की घोषणा की।

भामाशाह नरेन्द्र जैन एवं प्राचार्या श्रीमती प्रतिभा चावडा ने सनातन संस्कृति के स्वरूप के सांस्कृतिक आयोजन में भागीदारी कर रही छात्र छात्राओं को नगद 500-500 की राशि देकर प्रोत्साहित किया।

विद्यालय गतिविधियों का वार्षिक प्रतिवेदन श्रीमती रचना गुप्ता उपप्राचार्य ने प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का संचालन मुक्ता तैलंग और रवि आचार्य ने किया।