विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पीबीएम ट्रॉमा सेंटर में झुंझनू जिले की चिड़ावा कस्बे की एक को महिला दिवस पर जीवन की अनूठी सौगात मिली जब निशुल्क घुटना प्रत्यारोपण के बाद उसके चलने का सपना साकार हुआ ।
चिड़ावा की 57 वर्षीय महिला सरोज गत 5 वर्षो से घुटनों की समस्या से पीड़ित थी, जिनका चलना फिरना मुश्किल हो गया था । कई अस्पतालों में घुटना का इलाज करवाया मगर कोई फायदा नहीं हुआ । आखिर में पीबीएम ट्रॉमा सेंटर में निदेशक डॉ बी एल खजोटिया को दिखाया । उन्होंने घुटना प्रत्यारोपण का परामर्श दिया । डॉ खजोटिया टीम ने गुरुवार को महिला का ऑपरेशन कर घुटना प्रत्यारोपण किया । शुक्रवार को सुबह महिला ने चलना शुरू किया तो उसकी आंखे छलछला आई । मुख्यमंत्री आयुष्मान भारत चिरंजीवी योजना के तहत यह ऑपरेशन निःशुल्क किया गया ।
अस्थिरोग विभागाध्यक्ष डॉ बी एल खजोटिया ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी जटिल और चुनौतीपूर्ण था । महिला का वजन अधिक होने के कारण घुटने तीस डिग्री अंदर तक मुड़े हुए थे जिन्हे सीधा कर दिया गया है । डॉ खजोतिया ने बताया कि यह ऑपरेशन खून की शिराओं को बिना ब्लॉक किए किया गया । वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ कांता भाटी की टीम ने विशेष तकनीक एब्देक्टर ब्लॉक से पांव को सुन्न किया । अस्थिरोग विभाग टीम में डॉ मनीष लांबा, डॉ जितेंद्र मीणा, डॉ कृष्ण कुलदीप, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ शीतल पंवार शामिल थे ।