विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर श्रीलालेश्वर महादेव मंदिर शिवमठ शिवबाड़ी में शिवरात्रि महोत्सव पूरे विधि विधान एवं हर्षोल्लास से मनाया गया ।
प्रातः सुबह 6ः00 बजे की आरती से ही शिव भक्तों का आना लगा रहा प्रातः 8ः30 बजे संकल्प पूजन किया गया इसमें सर्वप्रथम शाम को होने वाली चार याम की पूजा से संबंधित पुस्तक शिवरात्रि पूजन विधि का मंदिर के महंत स्वामी विमर्शानन्दगिरि एवं अन्य वरिष्ठ साधकों द्वारा लोकार्पण किया गया.
मंदिर में प्रातः 5ः00 बजे से लेकर रात्रि 12ः00 बजे तक लगभग 100000 शिव भक्तों का जन ज्वार रहा।
शिव पुराण में कहा गया है की वर्षभर महादेव का पूजन एवं अभिषेक करने पर जो फल मिलता है वही पुण्य फल आज के दिन शिवरात्रि महोत्सव पर दिनभर मौन रहकर या फलाहार पर रहकर और रात्रि में चारों यामों की विधि विधान से पूजन अर्चन अभिषेक करने पर मिलता है ।
मंदिर में शाम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के युवाओं द्वारा घेषवादन भी किया गया दिन भर में विभिन्न गणमान्य अतिथियों का आना-जाना रहा जिसमें महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति सामान्य आईजी महोदय आदि भी शामिल रहे.
शिवरात्रि का अत्यधिक महत्व रहा है शिव समरस के प्रतीक हैं और रात्रि भी मनुष्य को जीव जंतुओं को यहां तक की चेतन को भी कुछ पलों के लिए लीन कर देती है और उन पलों में शक्ति के देवता संघार के देवता सृजन के बीज होते हैं इस कारण से शिव और शक्ति के शाश्वत प्रतीक महादेव का शिवरात्रि के की रात को पूजन अर्चन करने का विशेष महत्व है।