लेक्चर सुनने के साथ उसे अपने जीवन में भी उतारें- डॉ दीपाली धवन, अधिष्ठाता, स्नातकोत्तर शिक्षा
विनय एक्सप्रेस सामाचार, बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुक्रवार को आयोजित समापन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि स्नातकोत्तर शिक्षा व्याख्याता डॉ दीपाली धवन थी। विशिष्ट अतिथि भू सदृश्यता एवं आय सर्जन निदेशक डॉ दाताराम, स्टूडेंट्स वेलफेयर निदेशक डॉ वीर सिंह थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अनुसंधान निदेशक डॉ पीएस शेखावत ने की। कार्यक्रम समन्वयक मानव संसाधन विकास निदेशालय निदेशक डॉ ए के शर्मा थे। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट का वितरण किया गया।
मुख्य अतिथि अधिष्ठाता डॉ दीपाली धवन ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में लेक्चर सुनने के साथ साथ उसे अपने जीवन में भी उतारें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में योग और प्राकृतिक चिकित्सा पर हुए सेशन को लेकर कहा कि योग और प्राकृतिक चिकित्सा के जरिए बहुत से रोगों में बड़ी राहत मिल सकती है। लिहाजा इसे रोजमर्रा की लाइफ में अपनाएं।
अनुसंधान निदेशक डॉ पीएस शेखावत ने कहा कि किसी भी कार्य को करते समय स्ट्रेस ना लें। सभी कार्य पूरे तन्मयता से और खुश होकर करें। साथ ही कहा कि पॉजिटिव सोच वाला व्यक्ति आगे जाता है और नेगेटिव सोच वाला पीछे रह जाता है। इसलिए हर जगह अपनी सोच पॉजिटिव रखें। स्टूडेंट्स वेलफेयर निदेशक डॉ वीर सिंह ने कहा कि इस बार प्रशिक्षण में अलग अलग थीम के लेक्चर हुए हैं। इसका लाभ निश्चित ही प्रतिभागियों को मिलेगा।
कार्यक्रम समन्वयक मानव संसाधन विकास निदेशालय निदेशक डॉ ए के शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में कुल 151 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मानव संसाधन विशेषज्ञ डॉ गौरव बिस्सा, ब्रह्म गायत्री सेवा आश्रम के पीठाधीश श्री रामेश्वरानंद, योगा सेंटर इंचार्ज डॉ देवा राम काकड़, अनुसंधान निदेशक डॉ पीएस शेखावत, काजरी बीकानेर के पूर्व मुखिया डॉ एनडी यादव, पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोई समेत अन्य विषय विशेषज्ञों के लेक्चर हुए। सहायक आचार्य डॉ सीमा त्यागी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन डॉ विवेक व्यास ने किया। कार्यक्रम में ईओ डॉ जेके गौड़, डॉ एन एस दहिया, डॉ वाई के सिंह, डॉ सुजीत कुमार, डॉ अरविंद झाझड़िया, कृषि पर्यवेक्षक श्री आरएस शेखावत समेत अन्य प्रतिभागी उपस्थित रहे।