अरजनसर से नापासर तक सुदृढ़ होगा अस्पतालों का प्राणवायु तंत्र

सरकारी चिकित्सा संस्थानों में सुविधाएं मुहैया करवाने को लेकर प्रयासरत्त हैं पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल

नापासर में राज्य सरकार तो लूणकरणसर में भामाशाह के सहयोग से आॅक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी

सरकारी चिकित्सा संस्थानों में अन्य चिकित्सा उपकरण व जीवनरक्षक दवाईयों की आपूर्ति पर पूरा ध्यान

विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर।लूणकरणसर की धरती, जहां रेतीले टीले आंधी में किसान की फसल को उड़ा ले जाते थे, उन्हीं धोरों को एशिया की पहली लिफ्ट नहर बनवाकर भीमसेन चौधरी ने घग्घर के निर्मल नीर से सरसब्ज कर दिया। उसी क्षेत्र में आज उनके पुत्र वीरेन्द्र बेनीवाल ने क्षेत्र का हर मायने में विकास करवाने के लिए काम किया और इसके लिए निरंतर प्रयासरत है, इसीका नतीजा है कि कोरोना जैसी महामारी के संक्रमण काल में विधानसभा क्षेत्र के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, नापासर में राज्य सरकार के स्तर पर आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्वीकृति दिलवाई तो वहीं लूणकरणसर के रैफरल चिकित्सालय में एक सोलर कंपनी के सहयोग से सीएसआर मद में आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट लगवाने की तैयारी चल रही है।
विकास के काम वो, जिनके दूरगामी सुखद परिणाम मिले, पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने इस विचारधारा को ध्यान में रखते हुए काम करते हुए सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा तंत्र को ‘प्राणवायु‘ के लिहाज से मजबूत बनाने का प्रयास किया है। लूणकरणसर व नापासर के राजकीय चिकित्सा संस्थान में आॅक्सीजन जनरेशन मय रिफलिंग प्लांट बनने से न केवल इन दो जगहों बल्कि विधानसभा क्षेत्र के अरजनसर, महाजन, कालू, सुरनाणा, खियेरां, भीखनेरां, जैतपुर, शेखसर, गारबदेसर, जामसर, शेरेरां, कतरियासर, बम्बलू, नौरंगदेसर व गुंसाईसर के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में भी आवश्यक पड़ने पर आॅक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति हो सकेगी, जिससे गंभीर मरीजों की उखड़ती सांसों को थामा जा सकेगा।
पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने लूणकरणसर के राजकीय चिकित्सा संस्थान में 50 सिलेण्डर आॅक्सीजन जनरेशन मय रिफलिंग सिस्टम का प्लांट लगाने तथा निर्धारित वार्डों में आॅक्सीजन पाइप डलवाने में सीएसआर मद के जरिए सहयोग दिए जाने को लेकर एक सोलर कंपनी के प्रबंध निदेशक को जन स्वास्थ्य कल्याणार्थ प्रेरित किया है। प्रशासनिक स्तर पर भी इसे फाॅलोअप किया जा रहा है। पूर्व मंत्री बेनीवाल ने सोलर कंपनी के प्रबंधक निदेशक को प्रेरित करते हुए आॅक्सीजन प्लांट व वार्डों में पाइप लाइन डलवाने के साथ-साथ 10 लीटर प्रति मिनट क्षमता के 10 आॅक्सीजन कंसंट्रेटर, 50 डी टाइप व 50 बी टाइप आॅक्सीजन सिलेण्डर, 10-10 ट्रोली स्टैण्ड, 50 नेबुलाइजर मशीन, 100 लेजर थर्मल गन, 500 पल्स आॅक्सीमीटर व 20 रक्तचाप मापने की मशीन जन स्वास्थ्य कल्याणार्थ राजकीय रैफरल चिकित्सालय, लूणकरणसर में भेंट करने के लिए प्रेरित किया है।
लूणकरणसर के राजकीय रैफरल चिकित्सालय में पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल के प्रयासों के चलते राज्य सरकार के स्तर पर पांच आॅक्सीजन कसंट्रेक्टर की सुविधा मुहैया करवाई गई है। वहीं बीकानेर पंचायत समिति के प्रधान लालचंद आसोपा ने बताया कि नापासर की राजकीय सीएचसी में पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल के प्रयासों से आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्वीकृति मिली है। इसके साथ-साथ राजकीय सीएचसी में आॅक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया करवाने के लिए पूर्व मंत्री बेनीवाल ने निजी संपर्कों, जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों से संपर्क साधा है, जिसके सुखद परिणाम जल्द ही सामने आएंगे।

गांव अवाप्त होने से बचे तो आज बदली दिशा

पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल के प्रयासों से लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले 56 गांव सैन्य छावनी में अवाप्त होने से बचे। वर्षों पूर्व इन गांवों की अवाप्ति रूकवाने के पीछे वीरेन्द्र बेनीवाल की दूरगामी सोच के सुखद परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं। आज इन्हीं गांवों की धरती पर सूर्य की किरणों से बिजली बनाने के संयंत्र लगाने की तैयारी चल रही है, जो भविष्य में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी होगा। नूरसर, जामसर, किस्तुरिया, हाफासर तक तो सोलर एनर्जी क्षेत्र की बड़ी-बड़ी कंपनियां कई हजार मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट लगाने का काम कर रही है, जिसका फायदा स्थानीय किसानों को भी मिल रहा है। जमीन के अच्छे दाम मिले, तो कईयों को उनके खेत की जमीन का किराया मिल रहा है तो बड़ी संख्या में किसान परिवारों को रोजगार भी मिला है। सबसे बड़ी बात यहां जो उक्त खबर से प्रासंगिक यह है कि सोलर कंपनियों के सीएसआर मद से क्षेत्र में जन कल्याणर्थ कई काम होंगे, जिसका पहला परिणाम पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल के प्रयासों से लूणकरणसर के राजकीय रैफरल चिकित्सालय में देखने को मिलेगा।

पहले हुए ऐसे काम, जो बने मील का पत्थर

लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे विकास कार्य हुए हैं, जो न केवल बीकानेर बल्कि पूरे राजस्थान में मील का पत्थर साबित हुए हैं। लूणकरणसर पंचायत समिति के पूर्व प्रधान गोविन्दराम गोदारा बताते हैं कि विकास हर जनप्रतिनिधि करवाने का प्रयास करता है लेकिन कुछ हटकर हो, उसका जिक्र जरूर होता है। पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने मनरेगा में मिलने वाली बजट राशि का सदुपयोग करवाते हुए देश में सबसे पहले रेलवे लाइनों के नीचे अण्डर ब्रिज बनवाए, जिससे गांवों में आवागमन की दूरी कम हुई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी पूर्व मंत्री बेनीवाल ने राजकीय रैफरल चिकित्सालय, लूणकरणसर में मेडिकल आईसीयू व ब्लड बैंक यूनिट की सुविधा करीब एक दशक पूर्व ही दिलवा दी। उस वक्त यह राज्य में ग्रामीण क्षेत्र के किसी राजकीय चिकित्सा संस्थान में बनने वाली पहली मेडिकल आईसीयू थी, जिसके सुखद परिणाम आज लूणकरणसर तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों की अवाम के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाले दुर्घटनाओं में घायलों को भी आपात स्थिति में मिले। शिक्षा के क्षेत्र की बात करें तो लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र के कई राजकीय विद्यालय में एक दशक पहले ही वीरेन्द्र बेनीवाल ने विधायक कोष से स्मार्ट क्लासेज के संसाधन मुहैया करवा दिए थे, जो वर्तमान समय की शिक्षण प्रणाली का अत्यावश्यक माध्यम बन गया है। इसके साथ-साथ जिले के सिंचित क्षेत्र में खाला डाट कवरिंग का काम बीएडीपी के तहत पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने करवाया, जो पूरे राज्य के सिंचित क्षेत्र के लिए माॅडल साबित हुआ।

गांवों में मजबूत करेंगे चिकित्सा तंत्र, राज्य सरकार दे रही पूरी मदद

लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र बहुत विस्तृत है, यहां ग्रामीण क्षेत्र की अधिकता होने के कारण सरकारी चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा सुविधाओं को विकसित करने की आवश्यकता हैं, इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा हमारी हर संभव मदद कर रहे हैं। नापासर के राजकीय सीएचसी में आॅक्सीजन प्लांट की स्वीकृति दिए जाने पर उनका आभार व धन्यवाद। वहीं निजी क्षेत्र में एक सोलर कंपनी के सहयोग से लूणकरणसर में जल्द ही आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट व अन्य चिकित्सकीय उपकरण मुहैया होंगे। कोविड के संक्रमण को देखते हुए विधानसभा क्षे़त्र में संचालित अन्य राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आॅक्सीजन कंसंट्रेक्टर व आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण मुहैया करवाने को लेकर राज्य सरकार के साथ-साथ उद्योगपतियों व समाजसेवियों से निरंतर संपर्क किया जा रहा है।

वीरेन्द्र बेनीवाल, पूर्व गृह राज्य एवं परिवहन मंत्री, राजस्थान