विधायक जेठानंद व्यास की पहल पर बीकानेर शहर के सर्वांगीण विकास के लिए चलेगा ’मेरी मातृभूमि, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान

देश और दुनिया के प्रवासी बीकानेर वासियों का लेंगे सहयोग, प्रतिवर्ष करेंगे प्रवासी सम्मेलन

विधायक व्यास की पहल पर जिले के प्रतिष्ठित उद्यमियों के साथ पहली बैठक आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। देश और दुनिया में रहने वाले प्रवासी बीकानेर वासियों के सहयोग से शहर के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से ’मेरी मातृभूमि मेरी जिम्मेदारी’ अभियान चलाया जाएगा। बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास की पहल पर आयोजित होने वाले अभियान की पहली बैठक बुधवार को जिला उद्योग संघ सभागार में हुई।
विधायक व्यास ने कहा कि बीकानेर को भुजिया-पापड़ और रसगुल्लों के कारण दुनिया भर में विशेष पहचान मिली हुई है। वहीं हमारे दूरदृष्टा महाराजा गंगासिंह जी के भागीरथ प्रयासों से आई गंगनहर और यहां के सेठ-साहूकारों और भामाशाहों द्वारा किए गए कार्यों के कारण भी हमें विशेष पहचान मिली है।
उन्होंने कहा कि हमारे भामाशाहों ने बीकानेर में अनेक कुएं, बावड़ी और तालाब खुदवाए। दशकों पूर्व चौपड़ा स्कूल, मोहता मूलचंद स्कूल, बांठिया और बोथरा जैसे राजकीय स्कूल दिए। बीकानेर के सूरज देवी मूंधड़ा परिवार ने सैटेलाइट जैसा अस्पताल समाज को समर्पित किया तो आज श्रीमती सीएम मूंधड़ा चेरिटबल ट्रस्ट द्वारा सौ करोड़ रुपये से अधिक राशि से मेडिसिन विंग बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ’मेरी जन्मभूमि मेरी जिम्मेदारी’ अभियान देश-दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन करने वाले प्रवासी बीकानेरियों को एक सूत्र से जोड़ने और बीकानेर के सर्वांगीण विकास में इनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है। इसके माध्यम से अगले कुछ वर्षों में बीकानेर में विकास के अनेक कार्य करवाए जाएंगे।

इस प्रकार होगा क्रियान्वयन

विधायक व्यास ने बताया कि अभियान के तहत दो स्तर पर कार्य होंगे। पहला- देश और दुनिया में रहने वाले प्रवासी बीकानेरी बंधुओं की सूची तैयार करते हुए, इनसे संपर्क किया जाएगा। चरणबद्ध एवं सुनियोजित विकास में इनकी भागीदारी के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले दस पंद्रह दिनों में यह सूची तैयार की जाएगा। दूसरे स्तर पर ऐसे कार्यों का चिन्हीकरण किया जाएगा, जो आगामी कुछ वर्षों में करवाए जाने हैं। इनमें शहरी क्षेत्र के अस्पताल, स्कूल, चौराहे, सर्किल, पार्क, मंदिर, तालाब, कुएं, बावड़ियां और प्याऊ आदि सम्मिलित हैं। इन कार्यों के लिए प्रवासी अथवा स्थानीय भामाशाहों को इन कार्यों के लिए आग्रह किया जाएगा।

पचास वर्ष की आवश्यकता के मद्देनजर होगा कार्य

विधायक व्यास ने बताया कि पूरे अभियान का ब्लू प्रिंट तैयार करते हुए पूर्ण सुनियोजित तरीके से कार्य करवाए जाएंगे। यह कार्य आगामी पचास वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किए जाएंगे। इसके लिए प्रतिवर्ष प्रवासी बीकानेर वासियों का सम्मेलन करवाया जाएगा। इस दौरान सभी प्रवासी बंधुओं को एक मंच पर लाने का प्रयास करने के साथ इनका सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का पहला प्रवासी सम्मेलन अगस्त-सितम्बर में करवाया जाना प्रस्तावित है।

भामाशाहों के प्रति अर्पित करेंगे कृतज्ञता

विधायक व्यास ने बताया कि अभियाएं के भामाशाह परिवारों का सम्मान करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता भी अर्पित की जाएगी, जिन्होंने पिछले सौ सालों में बीकानेर के विकास के लिए बड़ा सहयोग किया है। बीकानेर में अधिक से अधिक नए उद्यम स्थापित करवाने के प्रयास होंगे। इसके लिए सरकारी स्तर पर सभी आवश्यक सहयोग उपलब्ध करवाया जाएगा। सर्वोच्च प्राथमिकता जिला अस्पताल, गंगाशहर अस्पताल और शहरी क्षेत्र की समस्त डिसपेंसरियों में भामाशाहों के सहयोग से अधिक से अधिक सुविधाएं और अत्याधुनिक मशीनरी उपलब्ध करवाने के प्रयास होंगे। इसके बाद शहर के स्कूलों को स्तरीय निजी विद्यालयों की तरह सुसज्जित करने के प्रयास होंगे। विधायक व्यास ने बताया कि इस दौरान बीकानेर की रेल फाटक समस्या, हवाई सेवाओं के विस्तार, औद्योगिक विकास में आने वाली समस्याओं के समाधान, सूखा बंदरगाह और फूड पार्क बनाने की दिशा में भी सकारात्मक प्रयास करेंगे।

भामाशाहों ने एक स्वर में दिलाया सहयोग का विश्वास

जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पचीसिया ने कहा कि शहरी क्षेत्र के विकास में भामाशाहों और देश दुनिया में रहने वाले प्रवासी बंधुओं का सकारात्मक सहयोग रहेगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर के अनेक भामाशाहों ने देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन किया है। सभी की मंशा बीकानेर का सर्वांगीण विकास है। इसमें किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। इस दौरान श्रीकिशन मूंधड़ा, चंपा लाल डागा, तोलाराम बोथरा, राजेश चूरा, नरेश मित्तल, जगदीश राठी, नरेश चुग, कन्हैया लाल बोथरा, सुधीश शर्मा, पृथ्वी राज रतनू, मनमोहन कल्याणी, दीपक पारीक, पीसी गोयल, पुखराज चौपड़ा, वीरेंद्र किराडू, श्रीराम सिंघी, ओम प्रकाश करनानी, श्याम सुंदर सोनी, पुखराज चौपड़ा सहित अनेक उद्योगपतियों ने अभियान से जुड़े विचार रखे। डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली ने अभियान की रूपरेखा की जानकारी दी।