मांड गायकी से राजस्थान का दुनिया भर में किया नाम रोशन
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर/बीकानेर। नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में गुरुवार को आयोजित भव्य पद्मश्री सम्मान समारोह में राजस्थान के बीकानेर निवासी मांड लोक गायक बंधुओं की जोड़ी श्री अली मोहम्मद और श्री गनी मोहम्मद को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया।
मोहम्मद बंधुओं द्वारा इस मांड़ कला का प्रदर्शन दुनिया भर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ फिल्म उद्योग में भी काफी सजीविता के साथ किया है। मांड गायकी में मोहम्मद बंधुओं के लिए पद्मश्री सम्मान इस लोक कला को दुनिया भर में विशेष स्थान दिलाने के साथ-साथ राजस्थान के लिए भी गौरव की बात है।
बीकानेर के छोटे से गांव तेजरासर में जन्में मोहम्मद बंधुओं ने मांड गायकी की संगीत कला को राजस्थान से निकालकर फिल्मी संगीत और विदेशी मंचों तक पहुंचाने का बेहतरीन काम किया है। विरासत में मिली संगीत की बुनियादी तालीम हासिल करने वाले मोहम्मद बंधु शास्त्रीय संगीत में भी अपना महत्वपूर्ण दखल रखते हैं। फिल्म संगीतकार और राजस्थानी मांड गायकी के सरताज मोहम्मद बंधु आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है।
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2024 के पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 132 हस्तियों को पद्म पुरस्कार देने की घोषणा की थी। इनमें पांच लोगों को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण, और 110 को पद्म श्री पुरस्कार दिया गया। इस वर्ष के लिए पद्म पुरस्कार के लिए चुनी गईं हस्तियों में राजस्थान से बहरूपिया कलाकार जानकीलाल, श्रीमती माया टंडन, ध्रुपद गायक लक्ष्मण भट्ट तैलंग सहित पांच लोग शामिल हैं।