साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) उम्मेद सिंह रतनू की अध्यक्षता में साप्ताहिक बैठक सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
उन्होंने शहरी क्षेत्र की सफाई व्यवस्था की समीक्षा की और कहा कि इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग हो। निगम के ग्यारह सर्किल्स के लिए ग्यारह अधिकारियों को नियुक्ति करते हुए सफाई व्यवस्था का फीडबैक लिया जाए और रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जाए। बरसात की संभावना के मद्देनजर राहत कार्य से जुड़े संसाधन अलर्ट मोड पर रहें। प्रतिबंधित पॉलीथीन जब्ती की कार्यवाही नहीं करने को गंभीरता से लिया और इसके लिए सघन अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त कलक्टर ने कहा कि शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान के तहत और अधिक कार्यवाहियां की जाए, जिससे आमजन को शुद्ध खाद्य सामग्री मिल सके। उन्होंने मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जाना और चिकित्सा विभाग द्वारा विकसित ओकेडी ऐप के प्रचार-प्रसार के लिए निर्देशित किया। जिले में खरीफ बुवाई की जानकारी ली और कहा कि किसानों को कम पानी की फसलें लेने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने वन विभाग द्वारा लक्ष्य के अनुसार पौध वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं हो। शत-प्रतिशत पौध वितरण किया जाए। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत शहरी क्षेत्र में सत्यापन से वंचित लगभग छह हजार लाभार्थियों का सत्यापन मिशन मोड पर करने के लिए नगर निगम और उपखण्ड अधिकारी को निर्देशित किया।
बैठक के दौरान बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की स्थिति, विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति, संपर्क पोर्टल के प्रकरणों के निस्तारण सहित अनेक बिंदुओं की समीक्षा की गई। उन्होंने पशु चिकित्सा केन्द्रों में दवाइयों की स्थिति के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग के निर्देशानुसार पात्र उपभोक्ताओं को घर बैठे राशन सामग्री मिले। इसके लिए विभाग स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग हो।
लक्ष्य के अनुरूप प्राप्ति करें सुनिश्चित
इस दौरान बीस सूत्री तथा पंद्रह सूत्री कार्यक्रम से जुड़ी बैठकें भी हुई। अतिरिक्त कलक्टर ने कहा कि बीसूका से जुड़े सभी विभाग कार्ययोजना बनाते हुए लक्ष्य के अनुरूप प्राप्ति सुनिश्चित करें। विभागीय अधिकारी इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण के पंद्रह सूत्रों की समीक्षा की। मदरसों के आधुनिकीकरण और पोषाहार संबंधित कार्यों की समीक्षा की।