साहवा पुलिस ने श्यामलाल मेघवाल हत्याकांड का किया खुलासा : रिपोर्ट दर्ज होने के मात्र 24 घंटे के अंदर दो आरोपियों को किया गिरफ्तार     

बेहतरीन टीमवर्क एवं अत्याधुनिक तकनीक का किया उत्कृष्ट प्रदर्शन

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर/चूरू। चूरू जिले में थाना साहवा अन्तर्गत बांय गांव में 22 जुलाई को श्यामलाल मेघवाल नाम के व्यक्ति की डंडो से पीट-पीट पर हत्या करने के मामले में जिला पुलिस ने बेहतर टीम वर्क एवं अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर एफआईआर दर्ज होने के मात्र 50 घंटे में तय समय से पूर्व ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी जय यादव ने बताया कि 22 जुलाई को बांय गांव निवासी श्यामलाल मेघवाल को कुल्हाड़ी व डंडों से गंभीर रूप से घायल कर अज्ञात मुल्जिम मौके से फरार हो गए थे। इलाज के दौरान एसएमएस जयपुर में मौत हो जाने पर शव मोर्चरी में रखवा 23 जुलाई को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों एवं सामाजिक संगठन द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। बीएनएस की संबंधित धाराओं एवं एससी-एसटी में मुकदमा दर्ज कर जांच सीओ मीनाक्षी को सौंपी गई।

घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल के सुपरविजन एवं सीओ मीनाक्षी के नेतृत्व में एसएचओ साहवा अल्का विश्नोई की टीम द्वारा घटना की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर मृतक श्यामलाल से रंजिश रखने वाले, पूर्व में श्यामलाल द्वारा दर्ज प्रकरणों के आरोपियों व घटना के बाद गांव से गायब होने वाले व्यक्तियों की सूची तैयार की गई। आसूचना संकलन, मुखबिर की मदद एवं सोशल मीडिया पर नजर रख कुल 25 सन्दिग्ध व्यक्तियों को चयनित कर पूछताछ की गई।

थानाधिकारी अल्का बिश्नोई, साईबर एक्सपर्ट कांस्टेबल मुकेश कुमार, गगांधर व उमेश, आसुचना अधिकारी कांस्टेबल रणवीर द्वारा नामजद मुल्जिम सुरेन्द्र उर्फ फौजी नायक पुत्र राजेन्द्र उर्फ राजु (30) व सुरेन्द्र उर्फ सोनु मेघवाल पुत्र पालाराम (22) निवासी गांव बांय के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर इनके दोस्तो, सम्पर्क वाले व मिलने वाले व्यक्तियों पर तकनीकी रूप से निगरानी रखी गई। दोनों मुल्जिम अपराधिक प्रवृति के बदमाश है। सुरेन्द्र उर्फ फौजी जहां अपने पास मोबाईल नही रखता वहीं सुरेन्द्र उर्फ सोनु ने घटना से पूर्व ही अपना फोन बन्द कर लिया।

मुल्जिम सुरेन्द्र द्वारा रेलवे स्टेशन दिल्ली के वाईफाई से इंस्टाग्राम आईडी चालू कर पैसे की मदद मांगी तो पुलिस ने एक इंस्टा आईडी से दोस्त के रूप मे मदद की पेशकश की। पुलिस टीम मुल्जिमों के पास पहुंच पाती उससे पहले ही शातिर मुल्जिमों ने दिल्ली के एक ई-मित्र से पैसे ट्रांजैक्शन करवा लिये।

थाना टीम ने धैर्य से काम लेते हुए लगातार मुल्जिमों से सोशल मीडिया के माध्यम से सम्पर्क करने की कोशिश की। शातिर मुल्जिम रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड पर अनजान लोगो के फोन से वाईफाई कनेक्ट कर खर्चा पानी के लिए दोस्तो से सम्पर्क कर रहे थे। पुलिस टीम ने दुबारा मुल्जिमों का दोस्त बन इंस्टा आईडी पर सम्पर्क कर मदद की पेशकश की गई। मुल्जिमों ने अबकी बार किसी दुकान का स्कैनर प्रेषित कर पैसे भेजने को कहा। टीम ने स्कैनर का तकनीकी विश्लेषण किया तो लोकेशन हनुमानगढ जिले के संगरिया थाना क्षेत्र की आई। जिस पर साहवा पुलिस टीम ने थाना संगरिया पुलिस से सम्पर्क कर मुल्जिमों को गिरफतार किया गया।

मुल्जिमों की गिरफतारी के दौरान संगरिया थाना टीम व जिला पुलिस टीम द्वारा संगरिया रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड व सभांवित भागने वाले मार्गो पर निगरानी रखते हुये टीम भावना से कार्य किया गया। दोनों जिलों की टीमों द्वारा एक साथ सूचना आदान प्रदान कर तुरन्त कार्यवाही करने के लिए वॉटसअप ग्रुप बनाकर टीम की लाईव लोकेषन व ग्रुप वोईस कॉल से सम्पर्क मे रहकर दोनो मुल्जिमो को संगरिया से दस्तयाब कर शनिवार को गिरफतार किया गया।

विशेष भूमिका– कार्रवाई में एसएचओ अल्का विश्नोई व कांस्टेबल मुकेश कुमार, उमेश कुमार व गगांधर की विशेष भूमिका रही।